यरूशलम, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि यमन में हूती बलों को भी इजरायल विरोधी समूहों जैसा ही परिणाम भुगतना पड़ेगा। नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, "हूती विद्रोहियों को भी वही सबक मिलेगा जो हमास, हिजबुल्लाह, असद सरकार और दूसरों को मिला है। हालांकि, इसमें समय लग सकता है। लेकिन, यह पूरे मध्य पूर्व के लिए एक सबक साबित होगा।"
इससे पहले बुधवार को हूती विद्रोहियों ने लगातार दूसरे दिन इजरायल की ओर जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल दागी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार एक ड्रोन दक्षिणी इजरायल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
कथित तौर पर हूती बलों द्वारा जवाबी मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद इजरायल यमन में हूती बलों के खिलाफ एक बड़े हमले पर विचार कर रहा है।
मंगलवार को इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी ने बताया कि सेना एक संभावित ऑपरेशन की तैयारी कर रही है। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से कान टीवी ने कहा कि इजरायली वायु सेना, सैन्य खुफिया और संचालन निदेशालय पिछले सप्ताह के हमले के बाद यमन में "काफी आक्रामक योजनाएं बना रहे हैं और टार्गेट सूची का विस्तार कर रहे हैं।"
पिछले साल अक्टूबर से हूती समूह ने गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजरायल पर कभी-कभी मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं। इसके जवाब में इजरायल ने कई बड़े हवाई हमले किए, जिनमें से सबसे हाल ही में पिछले सप्ताह हुआ। इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई।
बुधवार सुबह इजरायली मीडिया ने बताया कि यमन से एक "मिसाइल" तेल अवीव के पास पहुंचा, जिसके बाद सायरन बजने लगे।
यमन के हूती समूह ने बाद में कहा कि उन्होंने बुधवार को इजरायली शहर तेल अवीव और अश्कलोन में दो ड्रोन भेजे, जो "महत्वपूर्ण" और "औद्योगिक" इलाकों को निशाना बनाने के लिए थे।
हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने एक बयान में कहा, "हमने दो सैन्य अभियान चलाए, जिनमें से पहले ऑपरेशन में तेल अवीव शहर में एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील क्षेत्र को निशाना बनाया गया। दूसरे ऑपरेशन में अश्कलोन शहर में औद्योगिक क्षेत्र को निशाना बनाया गया।"
--आईएएनएस
एसएचके/केआर