वाशिंगटन, 29 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी रक्षा विभाग ने अपने एक नवीन सुरक्षा दस्तावेज में उत्तर कोरिया को "लगातार खतरा" करार दिया है, चेतावनी दी है कि इसकी सैन्य क्षमता में प्रगति अड़ियल शासन को टकराव के किसी भी स्तर पर परमाणु हथियारों का उपयोग करने का विकल्प देगी।"
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, पेंटागन ने गुरुवार को 2014 के बाद से सामूहिक विनाश के हथियारों का मुकाबला करने के लिए पहली रणनीति (सीडब्ल्यूएमडी) प्रकाशित की, इसमें चीन को "गति चुनौती", रूस को "तीव्र खतरा" और उत्तर कोरिया और ईरान को "लगातार खतरा" बताया गया।
दस्तावेज़ में कहा गया है, "क्षमता विकास उत्तर कोरिया को संघर्ष के किसी भी चरण में परमाणु हथियारों के उपयोग के विकल्प प्रदान करता है।" " उत्तर कोरिया लघु, मध्यवर्ती और अंतरमहाद्वीपीय-श्रेणी की परमाणु क्षमताओं का विकास कर रहा है, जो अमेरिका और उसके सहयोगियों को खतरे में डालता है।"
दस्तावेज़ में कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल को प्राथमिकता दी है।
इसमें कहा गया है, "उत्तर कोरिया ने 2022 में एक परमाणु शक्ति के रूप में अपनी स्व-घोषित स्थिति की पुष्टि करते हुए, परमाणु उपयोग के लिए शर्तों की स्थापना और परमाणु निरस्त्रीकरण को खारिज करते हुए एक कानून बनाया।"
इसमें कहा गया है, "कानून स्पष्ट करता है कि अगर उत्तर कोरिया को आसन्न परमाणु हमले का आभास होता है, तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।"
दस्तावेज़ में यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरिया की रासायनिक और जैविक हथियार क्षमताएं एक ख़तरा बनी हुई हैं, क्योंकि संघर्ष की स्थिति में वह ऐसे हथियारों का उपयोग कर सकता है।
इसमें कहा गया है, "उत्तर कोरिया कई हजार मीट्रिक टन तक रासायनिक युद्ध एजेंटों का उत्पादन करने की क्षमता रखता है।"
दस्तावेज़ में, पेंटागन ने चीन को अमेरिका के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया गया है।
इसमें कहा गया है, "चीन आक्रामक रूप से परमाणु बल विस्तार और आधुनिकीकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है।"
विभाग ने रूस को निकट भविष्य में "सबसे गंभीर" परमाणु, जैविक और रासायनिक खतरा पैदा करने वाला देश बताया।
--आईएएनएस
सीबीटी