येरूसलम, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों के बीच युद्ध शुरू होने के बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने विफलताओं को स्वीकार किया, जिसके कारण पिछले हफ्ते हमास की घुसपैठ और सामूहिक हत्याएं संभव हुईं। हलेवी ने कहा, "आईडीएफ देश और उसके नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है और शनिवार की सुबह गाजा पट्टी के आसपास के क्षेत्र में हमने मोर्चा नहीं संभाला। हम सीखेंगे, हम जांच करेंगे, लेकिन फिलहाल युद्ध का समय है।"
द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल हमास और अन्य समूहों द्वारा लिए गए बंधकों को वापस करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
हलेवी ने कहा, "हम एक जानलेवा, क्रूर और आश्चर्यजनक घटना के पांच दिन बाद आए हैं। हमास आतंकवादियों द्वारा इंसानों, जानवरों, हमारे बच्चों, हमारी पत्नियों और हमारे लोगों का कत्लेआम अमानवीय है। आईडीएफ निर्दयी आतंकवादियों से लड़ रहा है।”
उन्होंने कहा, "गाजा पट्टी के शासक याह्या सिनवार ने इस भयानक हमले का फैसला किया, और इसलिए वह और उसके अधीन पूरी व्यवस्था ध्वस्त है । हम उन पर हमला करेंगे, हम उन्हें नष्ट कर देंगे, उनकी सारी व्यवस्था खत्म कर देंगे।"
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, हलेवी ने कहा कि जांच का समय आएगा कि हमास हमले को अंजाम देने में कैसे कामयाब रहा।
गाजा पट्टी में आतंकवादी समूह द्वारा बंदी बनाए गए अनुमानित 200 इजरायलियों और विदेशियों के बारेे में हलेवी ने कहा : "हम बंधकों को घर वापस लाने के लिए सब कुछ करेंगे।"
हलेवी ने आगे कहा, "हम कई आतंकवादियों, कई कमांडरों को मार रहे हैं, इस भयानक, क्रूर अपराध का समर्थन करने वाले आतंकी ढांचे को नष्ट कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "अफसोस कि गाजा अब पहले जैसा नहीं दिखेगा।"
--आईएएनएस
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