संयुक्त राष्ट्र, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों ने कहा है कि इजरायली हवाई हमलों के परिणामस्वरूप गाजा में मानवीय स्थिति लगातार बिगड़ रही है। अब तक 338,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के हवाले से कहा कि 218,000 से अधिक विस्थापित लोग फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) द्वारा संचालित स्कूलों में शरण लिए हैं।
कार्यालय ने कहा, 2,500 से अधिक आवास इकाइयां नष्ट हो गई हैं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं और रहने लायक नहीं रह गई हैं, जबकि लगभग 23,000 इकाइयों को मध्यम से मामूली क्षति हुई है।
बताया गया कि कम से कम 88 शिक्षा सुविधाएं प्रभावित हुई हैं, इनमें 18 यूएनआरडब्ल्यूए स्कूल भी शामिल हैं, इनमें से दो का उपयोग विस्थापितों के लिए आपातकालीन आश्रय के रूप में किया गया था। इसका मतलब है कि लगातार छठे दिन, 600,000 से अधिक बच्चों को गाजा में सुरक्षित स्थान पर शिक्षा तक पहुंच नहीं मिली है।
गाजा के एकमात्र बिजली संयंत्र का ईंधन खत्म हो गया और उसने काम करना बंद कर दिया है। शनिवार को संघर्ष शुरू होने के बाद से, 10 लाख से अधिक लोगों की सेवा करने वाली सात महत्वपूर्ण जल और सीवेज सुविधाएं हवाई हमलों की चपेट में आ गईं और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं। कहा गया है कि आधी बेकरियों में गेहूं के आटे की आपूर्ति एक सप्ताह से भी कम है, जबकि 70 प्रतिशत दुकानों में खाद्य स्टॉक में काफी कमी आई है।
मानवीय सहायता प्रदान करने में मानवीय एजेंसियों को बड़ी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ओसीएचए ने कहा, असुरक्षा प्रभावित क्षेत्रों और गोदामों तक सुरक्षित पहुंच को रोक रही है।
चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, मानवीय कार्यकर्ताओं ने कुछ सहायता प्रदान की है। इनमें 137,000 विस्थापित लोगों को ताजा रोटी का वितरण, पानी और स्वच्छता सुविधाओं के लिए 70 हजार लीटर ईंधन की डिलीवरी और मनोसामाजिक सहायता हेल्पलाइन की सक्रियता शामिल है।
मानवीय मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने बुधवार को राहत प्रयासों को तत्काल मदद के लिए केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष से 9 मिलियन डॉलर आवंटित किए।
--आईएएनएस
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