वाशिंगटन, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिकी खुफिया समुदाय ने कम से कम दो आकलन किए हैं, जो आंशिक रूप से इजरायल द्वारा प्रदान की गई खुफिया जानकारी पर आधारित हैं, जिसमें राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन को दक्षिणी इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमास हमले से पहले के हफ्तों में फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष के बढ़ते जोखिम की चेतावनी दी गई थी।सीएनएन ने सूत्रों के हवाले से बताया, ''28 सितंबर के एक अपडेट में, खुफिया जानकारी की कई स्ट्रीम के आधार पर चेतावनी दी गई थी कि आतंकवादी समूह हमास सीमा पार रॉकेट हमलों को बढ़ाने के लिए तैयार है।
सीआईए के 5 अक्टूबर के वायर में आम तौर पर हमास द्वारा हिंसा की बढ़ती संभावना के बारे में चेतावनी दी गई थी।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, फिर हमले से एक दिन पहले 6 अक्टूबर को अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल से हमास द्वारा असामान्य गतिविधि का संकेत देते हुए रिपोर्ट प्रसारित की- संकेत जो अब स्पष्ट हैं।
सूत्रों ने कहा कि किसी भी अमेरिकी आकलन ने 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए ऑपरेशन के व्यापक दायरे, पैमाने और सरासर क्रूरता के बारे में कोई सामरिक डिटेल या संकेत नहीं दिया।
यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इनमें से कोई भी अमेरिकी आकलन इजरायल के साथ साझा किया गया था, जो कि बहुत सी खुफिया जानकारी प्रदान करता है जिसके आधार पर अमेरिका अपनी रिपोर्टें बनाता है।
सीएनएन ने ब्रीफिंग प्राप्त करने वाले एक व्यक्ति के हवाले से कहा कि इजरायल, गाजा और वेस्ट बैंक भी लगभग हर दिन वरिष्ठ अधिकारियों के लिए खुफिया ब्रीफिंग में शामिल 'हॉट स्पॉट' सूची में हैं।
नीति निर्माताओं को सूचित करने और उन्हें निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए खुफिया समुदाय द्वारा खुफिया आकलन लिखे जाते हैं। खुफिया जानकारी से परिचित एक सूत्र ने कहा, "समस्या यह है कि इसमें से कुछ भी नया नहीं है।"
यह कुछ ऐसा है जो ऐतिहासिक रूप से हमास और इजरायल के बीच आदर्श रहा है। मुझे लगता है कि ऐसा हुआ कि सभी ने रिपोर्टें देखी और कहा, 'हां बिल्कुल'। लेकिन हम जानते हैं कि यह कैसा दिखेगा।
--आईएएनएस
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