लंदन, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। ब्रिटेन स्थित एक स्वतंत्र चैरिटी ने उस कैब ड्राइवर के बारे में जानकारी देने वाले को पांच हजार पाउंड का इनाम देने की घोषणा की है, जिसने पश्चिमी लंदन में 37 वर्षीय भारतीय मूल की मां को टक्कर मार दी थी, जिससे उन्हें जानलेवा चोटें आई थीं।राजदीप कौर 3 फरवरी को अपनी 13 महीने की बेटी के साथ प्रैम (छोटे बच्चों को रखकर हाथ से खींचने वाली ट्रॉली) में हाउंस्लो में नॉर्थ हाइड लेन पार कर रही थीं। तभी एक बीएमडब्ल्यू ने गलत दिशा में ट्रैफिक लाइन को ओवरटेक किया और उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में प्रैम बाल-बाल बच गया।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस की एक विज्ञप्ति में मंगलवार को कहा गया कि क्राइमस्टॉपर्स नामक संस्था हाउंस्लो में हिट-एंड-रन के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को सजा दिलाने वाली किसी भी जानकारी के लिए इनाम की पेशकश कर रही है।
चैरिटी क्राइमस्टॉपर्स के लंदन क्षेत्रीय प्रबंधक एलेक्सा लुकास ने कहा, "हमारी संवेदनाएं श्रीमती कौर के साथ हैं, एक ऐसी मां जिनकी चोटों के कारण जिंदगी फिर कभी पहले जैसी नहीं होगी।"
बीएमडब्ल्यू घटनास्थल पर नहीं रुकी और कौर कई फीट हवा में उछल गईं, जिससे उन्हें जानलेवा चोटें आईं।
पुलिस ने कहा कि प्रैम सड़क पर पड़ी रही जिससे उसके दूसरे वाहनों से टकराने की आशंका बनी रही। सौभाग्य से बच्ची को कोई चोट नहीं आई।
पुलिस के मुताबिक, सिल्वर बीएमडब्ल्यू का ड्राइवर हाउंस्लो इलाके का स्थानीय निवासी है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने कार के नंबर प्लेट की फोटो ले ली थी, लेकिन बाद में पता चला कि यह किसी दूसरी कार का नंबर था। हादसे में शामिल कार बीएमडब्ल्यू एक्स5 थी।
लुकास ने कहा, "यदि आपके पास इस त्रासदी के बारे में कोई जानकारी है, तो आप बता सकते हैं। हमारी चैरिटी को बता सकते हैं कि आप क्या जानते हैं। बहुत से लोग गलती से सोचते हैं कि हम पुलिस का हिस्सा हैं। हम पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और कभी भी आपकी किसी भी व्यक्तिगत जानकारी नहीं पूछेंगे या अंदाजा लगाने की कोशिश नहीं करेंगे।"
उन्होंने कहा, "आप जो हमें बताते हैं वह श्रीमती कौर और उनके परिवार को किसी तरह का न्याय दिलाने में मदद कर सकता है और हमारी सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बनाने में मदद कर सकता है।"
दुर्घटना के बाद, आपातकालीन सेवाओं को बुलाया गया। कौर को पैर और कूल्हे की चोटों के साथ अस्पताल ले जाया गया।
कई महीनों तक अस्पताल में रहने के बाद, वह बच गई लेकिन उनका चलना-फिरना बेहद सीमित है और अब वह अपनी बेटी की स्वतंत्र रूप से देखभाल करने में असमर्थ हैं।
वह अब वॉकिंग फ्रेम की मदद से कुछ कदम चलने में पा रही हैं, लेकिन अपनी चोटों से कभी भी पूरी तरह उबर नहीं पाएंगी।
जांच का नेतृत्व कर रही डिटेक्टिव कांस्टेबल डेविना नैश ने कहा, "यह एक बहुत ही परेशान करने वाला मामला है। सौभाग्य से श्रीमती कौर बच गईं लेकिन उन्हें ऐसी चोटें लगी हैं जो उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल देंगी। यह सौभाग्य की बात है कि उनकी 13 महीने की बेटी को चोट नहीं आई।"
उन्होंने कहा, "यदि आपके पास ड्राइवर या किसी अन्य चीज़ के बारे में जानकारी है जो पीड़ित को न्याय दिला सकती है, तो चैरिटी क्राइमस्टॉपर्स गारंटी देता है कि आपकी पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जायेगी। वे फोन पर या उनकी वेबसाइट के माध्यम से साल के 365 दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध हैं।"
--आईएएनएस
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