टोरंटो, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। 2006 में अपनी चार महीने की गर्भवती पत्नी की गला घोंटकर हत्या करने और उसके शरीर को जलाने के आरोपी 51 वर्षीय भारतीय मूल के पूर्व हाई स्कूल शिक्षक को कनाडा में पूर्ण पैरोल दे दी है। सीबीसी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटिश कोलंबिया में अपने सरे स्थित घर में मंजीत की हत्या के लिए मुख्तियार सिंह पंघाली को 2011 में 15 साल की आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
अक्टूबर 2006 में उसके पति द्वारा लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के पांच दिन बाद पुलिस को 31 वर्षीय मंजीत का जला हुआ शव डेल्टा में रॉबर्ट्स बैंक के पास एक समुद्र तट पर मिला था।
पंघाली को पहली बार 2007 में गिरफ्तार किया गया था और वह 2012 में सेकेंड डिग्री हत्या के लिए अपनी आजीवन कारावास की सजा के संबंध में अपील हार गया था।
समाचार रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी को पिछले साल एक दिन की पैरोल दी गई थी और 2021 में जेल से बिना सुरक्षा के अस्थायी अनुपस्थिति की अनुमति दी गई थी
कनाडा के पैरोल बोर्ड ने इस महीने पंघाली को पूर्ण पैरोल देते हुए उम्मीद जताई कि वह समाज के लिए खतरा पैदा नहीं करेगा और उसकी रिहाई से बड़े पैमाने पर समाज में उसके पुन: एकीकरण को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी।
रिहाई पर शर्तें जोड़ते हुए बोर्ड ने पंघाली को शराब से परहेज करने और महिलाओं के साथ सभी यौन और गैर-यौन संबंधों की जानकारी अपने पैरोल अधिकारी को देने को कहा।
उन्हें मंजीत के परिवार से संपर्क न करने के लिए भी कहा गया है, जिसमें उनकी बेटी भी शामिल है, जो अपनी मां की मृत्यु के समय चार साल की थी।
2014 में ब्रिटिश कोलंबिया में सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश ने दंपति की बेटी माया पंघाली के लिए 6,00,000 डॉलर से अधिक दिए थे। माया का पालन-पोषण अब मंजीत की बहन कर रही हैं।
--आईएएनएस
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