गाजा/जेरूसलम, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। हमास की सैन्य शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने एक बयान में कहा है कि उसने कतर के प्रयासों के बाद मानवीय कारणों से दो अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया है।
ब्रिगेड ने शुक्रवार को कहा कि उसने यह कदम यह साबित करने के लिए उठाया है कि अमेरिकी आरोप "झूठे और निराधार" हैं। शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग दो सप्ताह पहले संघर्ष शुरू होने के बाद यह पहली बार है कि गाजा-सत्तारूढ़ समूह ने बंधकों को रिहा किया है।
इजराइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में दो बंधकों की रिहाई की पुष्टि की।
कार्यालय ने एक बयान में कहा, "आज शाम दो बंधकों को हमास आतंकवादी संगठन के कब्जे से रिहा कराया गया।"
बयान में कहा गया है कि रिहा किए गए दोनों लोगों का "गाजा के साथ सीमा पर स्वागत किया गया और वे एक सैन्य अड्डे के रास्ते में हैं, जहां वे अपने परिवारों से मिलेंगे"।
इजराइली मीडिया चैनल 2 ने पहले खबर दी थी कि दोनों मां-बेटी अमेरिकी नागरिक हैं।
एक प्रेस विज्ञप्ति में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पुष्टि की कि उनके प्रशासन ने दो अमेरिकी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित कर ली है और इसमें सहयोग के लिए कतर और इज़राइल को धन्यवाद दिया।
हमास के आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला कर बड़ी संख्या में बंधकों को पकड़ लिया था।
ब्रिगेड ने पहले कहा था कि उन्होंने गाजा में 200 से 250 लोगों को बंदी बना रखा है। इससे पहले दिन में इजरायली सेना के एक बयान में कहा गया था कि अधिकांश बंधक जीवित हैं।
--आईएएनएस
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