न्यूयॉर्क, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। पिछले सप्ताह न्यूयॉर्क शहर में मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी (एमटीए) की बस में एक सिख किशोर पर हमले के बाद 26 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उस पर घृणा-अपराध हमले का आरोप लगाया गया है।पूर्वी हार्लेम के क्रिस्टोफर फिलिपको, जिसे गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया गया था, ने 19 वर्षीय मणि संधू के साथ मारपीट की और उसकी पगड़ी उतारने का प्रयास किया।
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि दोनों व्यक्ति 15 अक्टूबर की सुबह रिचमंड हिल में 118वीं स्ट्रीट और लिबर्टी एवेन्यू के पास एक शटल बस में सवार थे, जब हमला हुआ।
संधू ने सीबीएस न्यूज को बताया कि वह क्वींस में एक सिख मंदिर जा रहे थे और लिबर्टी एवेन्यू और 118वीं स्ट्रीट के पास उतरने वाले थे, तभी एक अजनबी आया और उन पर हमला कर दिया।
हमले के दौरान संधू के सिर और गर्दन पर कई घूंसे मारे गए।
फिलिपोको बस से उतर गया और संधू की पगड़ी को फाड़ने की कोशिश में फिर से बस में चढ़ गया।
संधू ने सीबीएस न्यूज को बताया, "वह इसे हटाने के लिए गर्दन के पिछले हिस्से पर मुक्का मार रहा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि मैं अपनी आत्मरक्षा कर रहा था। उसने मेरी पीठ, गर्दन और मेरी नाक पर भी मुक्का मारने की कोशिश की।"
संधू ने कहा कि वह 10 महीने पहले यह सोचकर भारत से अमेरिका चले गए थे कि यहां उन पर कभी हमला नहीं होगा, लेकिन इस घटना ने मुझे निराश कर दिया, और मुझे ऐसा महसूस कराया है कि मैं इस क्षेत्र में सुरक्षित नहीं हूं।
घटना की जांच एनवाईपीडी (न्यूयॉर्क पुलिस विभाग) घृणा अपराध इकाई द्वारा की जा रही है।
इस घटना की निंदा करते हुए, अमेरिका स्थित सिख गठबंधन ने एक्स पर कहा कि वह एक सिख किशोर पर हुए हमले से काफी परेशान है।
सिख गठबंधन स्टाफ अटॉर्नी अमरीन प्रताप सिंह भसीन ने एक बयान में कहा, "यह देखते हुए कि हमले के दौरान इस युवा सिख की पगड़ी का अपमान किया गया और उसे निशाना बनाया गया, हमें खुशी है कि इस घटना की जांच घृणा अपराध के रूप में की जा रही है।"
--आईएएनएस
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