एशकेलॉन, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल पर सहयोगियों और इजराइली परिवारों की ओर से विदेशी नागरिकों सहित बंधकों की रिहाई तक जमीनी हमले में देरी करने का भारी दबाव है।बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली रक्षा बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीटर लर्नर ने जोर देकर कहा, "हमने कभी घोषणा नहीं की कि कोई जमीनी कार्रवाई होने जा रही है।"
लर्नर ने कहा, गाजा सीमा पर सैकड़ों सैनिकों को इस समय प्रशिक्षित किया जा रहा है, हथियरों से लैस किया जा रहा है और यह भी काम सौंपा जा रहा है कि क्या उन्हें विशिष्ट कार्यों के साथ जुटने की जरूरत है जो हमास को हमेशा के लिए नष्ट करने के हमारे लक्ष्य को हासिल करने में हमारी मदद करेंगे।"
हाल के दिनों में आईडीएफ प्रवक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि "युद्ध के अगले चरण" से पहले हवाई हमलों को तेज करना है।
शनिवार को आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ हर्ज़ी हलेवी की ओर से अब तक का सबसे स्पष्ट संकेत प्रतीत हुआ : "हम गाजा में प्रवेश करेंगे, हम एक परिचालन मिशन के लिए घुसपैठ करेंगे।"
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, पर्यवेक्षकों का कहना है कि इसमें पहले सीमित छापे शामिल हो सकते हैं।
यह स्पष्ट रूप से एक विचारणीय विषय है, हालांकि इज़रायली अधिकारी हमास पर समय ख़रीदने की कोशिश करने का भी आरोप लगाते हैं और ऐसी कई आवाजें हैं जो इजरायल से आग्रह कर रही हैं कि वह गाजा में प्रवेश के लिए और ज्यादा जरूरी मदद की इजाजत दे, यहां तक कि मानवीय युद्धविराम पर सहमत होने के लिए भी।
7 अक्टूबर के हमास के हमले के बाद यह इराजयल के एजेंडे में नहीं है।
आईडीएफ ने रविवार शाम को कहा कि मिस्र-गाजा-इजरायल त्रि-सीमा क्षेत्र में केरेम शालोम के पास एक इजरायली टैंक ने "दुर्घटनावश गोलीबारी की और मिस्र की एक चौकी पर हमला कर दिया"।
वाईनेट न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, एक बयान में कहा गया है, "घटना की जांच की जा रही है और विवरण की समीक्षा की जा रही है। आईडीएफ घटना के संबंध में दुख प्रकट करता है।"
हिजबुल्लाह ने रविवार दोपहर को घोषणा की कि उसके दो सदस्य अली मुहम्मद मार्मर और ताहा अब्बास लेबनान में आईडीएफ हमले में मारे गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार और रविवार को इजरायली हमलों में लेबनानी आतंकवादी समूह के 10 गुर्गों की मौत हो गई।
--आईएएनएस
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