गाजा, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि गाजा में एक तिहाई अस्पताल (35 में से 12) और लगभग दो-तिहाई प्राथमिक स्वास्थ्य क्लीनिक (72 में से 46) ईंधन की कमी या युद्ध के कारण पहले ही बंद हो चुके हैं।7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के जवाब में, यहूदी राष्ट्र ने गाजा में बिजली की आपूर्ति काट दी है। जिससे अस्पतालों और जल सुविधाओं को ईंधन द्वारा संचालित बैकअप जनरेटर पर निर्भर होना पड़ा है।
गाजा में अब तक की सबसे बड़ी मानवीय सहायता प्रदाता संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने चेतावनी दी है कि अगर गाजा में तुरंत ईंधन की अनुमति नहीं दी गई तो एजेंसी बुधवार रात तक सभी कार्यों को रोकने के लिए मजबूर हो जाएगी।
सोमवार तक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाजा पट्टी में स्वास्थ्य देखभाल पर 72 हमलों का दस्तावेजीकरण किया है, जिसके परिणामस्वरूप ड्यूटी पर 16 मौतें और 30 स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारी घायल हुए हैं।
हमलों ने 34 स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को प्रभावित किया है, जिनमें 19 अस्पताल क्षतिग्रस्त हुए हैं और 24 एम्बुलेंस को भी नुकसान हुआ है।
इजरायल द्वारा गाजा को बिजली और ईंधन की आपूर्ति बंद करने के कारण एन्क्लेव का एकमात्र बिजली प्लांट भी बंद हो गया है, जिससे जरूरी सेवा बुनियादी ढांचे को बैकअप जनरेटर पर निर्भर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जो ईंधन की कमी के कारण सीमित हैं।
एन्क्लेव में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बुधवार तक संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों की कुल संख्या 5,791 हो गई है, जिनमें से 68 प्रतिशत बच्चे और महिलाएं हैं।
870 बच्चों सहित लगभग 1,550 लोगों के लापता होने की सूचना है और हो सकता है कि वे अभी भी मलबे में दबे हों।
--आईएएनएस
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