नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)। बसपा सांसद दानिश अली प्रकरण में जांच का आदेश देने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का आभार जताते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि आज यह जांच इसलिए संभव हो पा रही है क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है। उन्होंने आगे कहा, नहीं तो इससे पहले मनमोहन सरकार के कार्यकाल के दौरान 2006 में लोकसभा में हुई मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट और 2014 में तेलंगाना बनने के समय हुई फाईट के मामले में न तो जांच के लिए कोई कमेटी बनी और न ही किसी को सजा हुई।
याद दिला दें कि कई विपक्षी सांसदों द्वारा लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के जवाब में भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे, रवि किशन और भाजपा राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर दानिश अली के व्यवहार की जांच करवाकर कार्रवाई करने की मांग की थी।
निशिकांत दुबे ने गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला और लोकसभा सचिवालय के आधिकारिक एक्स अकाउंट को टैग करते हुए जांच शुरू होने की जानकारी दी।
उन्होंने इसके लिए आभार जताते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार, उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय की कमेटी को जांच का ज़िम्मा सौंपा।
आज यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है, नहीं तो पहले लोकसभा ने 2006 में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस का जूता व माइक मारपीट, 2012 में सोनिया गांधी की मारपीट व 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा-फाइट व सांसद को घायल देखा, ना कमेटी बनी ना सजा हुई।"
"विशेषाधिकार समिति को जांच की जिम्मेदारी..."
सूत्रों के मुताबिक, रमेश बिधूड़ी-दानिश अली प्रकरण में लगभग 11 सांसदों की शिकायत के आधार पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सदन की विशेषाधिकार समिति को सौंप दी है।
--आईएएनएस
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