iGrain India - रंगून । भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार के वाणिज्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के आरंभिक चार महीनों में यानी अप्रैल-जुलाई 2023 के दौरान देश से 1,99,924 टन से कुछ अधिक यानी करीब 2 लाख टन उड़द का निर्यात किया गया जिससे 16.945 करोड़ डॉलर की आमदनी हुई।
वस्तुत: यह 1 अप्रैल से 4 अगस्त तक का निर्यात आंकड़ा है। मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान म्यांमार से उड़द एवं तुवर सहित दलहनों तथा बीन्स का सकल निर्यात बढ़कर 5,80,609 टन से भी ऊपर पहुंच गया।
उल्लेखनीय है कि म्यंमार में उड़द की खेती शीतकालीन सीजन में होती है जबकि नई फसल की कटाई-तैयारी मार्च-अप्रैल में की जाती है। म्यांमार में 5 लाख टन से अधिक उड़द का वार्षिक उत्पादन होता है और इसके करीब 25 प्रतिशत भाग का निर्यात भारत, चीन, जापान, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया, पाकिस्तान एवं फिलीपींस जैसे देशों को किया जाता है।
दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित इस देश (म्यांमार) से वित्त वर्ष 2022-23 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान 19.10 लाख टन से अधिक दलहनों एवं बीन्स का निर्यात किया गया जिसमें 6,49,940 टन उड़द का शिपमेंट भी शामिल रहा।
मालूम हो कि म्यांमार में मूंग को दलहनों के बजाए बीन्स की श्रेणी को रखा जाता है। बीन्स एवं दलहन म्यांमार में उत्पादित होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कृषि उत्पाद है। इससे ज्यादा वहां सिर्फ चावल का उत्पादन होता है। देश के कुल कृषि उत्पादन में दलहन एवं बीन्स की भागीदारी एक-तिहाई यानी करीब 33 प्रतिशत रहती है।
भारत म्यांमार से दलहन का आयात करने वाला प्रमुख देश है। वहां से भारत में मुख्यत: तुवर एवं उड़द का आयात होता है।