नई दिल्ली, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। 'इंडिया आउट' का नारा देने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की अग्नि परीक्षा शुरू हो गई है। मालदीव में संसदीय चुनाव हो रहे हैं। इन सब के बीच मालदीव के लिए एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने वहां की सरकार को परेशान कर दिया है। दरअसल भारत और मालदीव के रिश्तों में आई खटास के बाद से भारतीयों की तरफ से सोशल मीडिया पर मालदीव पर्यटन का बहिष्कार शुरू कर दिया गया था। इसका असर भी अब वहां देखने को मिल रहा है। मालदीव सरकार के हालिया आंकड़ों के मुताबिक मालदीव घूमने जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है।
ऐसे में अब जो रिपोर्ट सामने आई है, उसकी मानें तो 2024 की पहली तिमाही में मालदीव की यात्रा करने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। मालदीव ने अपनी पहली तिमाही पर्यटन रिपोर्ट जारी की है, जिसमें ये खुलासा हुआ है।
इन आंकड़ों के मुताबिक मालदीव में इस तिमाही में सबसे ज्यादा पर्यटक चीन से पहुंचे। जबकि भारत, जो मालदीव का दूसरा पड़ोसी देश है, वहां से मालदीव जाने वालों की संख्या घटकर छठवें स्थान पर पहुंच गई।
आंकड़ों के मुताबिक चीन के बाद रूस से सबसे अधिक पर्यटक मालदीव पहुंचे हैं। इसके बाद यूरोप-यूके, इटली व जर्मनी का नंबर है।
आंकड़ों के अनुसार मार्च 2023 की तुलना में मार्च 2024 में भारतीय पर्यटकों की संख्या में 54 प्रतिशत की गिरावट आई है।
बता दें कि जनवरी और मार्च 2023 के बीच मालदीव पहुंचने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 56,208 थी, जो इस साल जनवरी-मार्च के बीच घटकर 34,847 हो गई।
--आईएएनएस
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