🤑 इससे ज़्यादा किफ़ायती कुछ नहीं है। ब्लैक फ्राइडे पर 60% की छूट का लाभ उठाएँ, इससे पहले कि यह खत्म हो जाए…सेल को क्लेम करें

गन्ना का क्षेत्रफल 4.26 लाख हेक्टेयर बढ़ा- मगर चीनी उत्पादन बेहतर होने में संदेह

प्रकाशित 04/09/2023, 11:53 am
अपडेटेड 04/09/2023, 12:15 pm
गन्ना का क्षेत्रफल 4.26 लाख हेक्टेयर बढ़ा- मगर चीनी उत्पादन बेहतर होने में संदेह

iGrain India - गन्ना का क्षेत्रफल 4.26 लाख हेक्टेयर बढ़ा- मगर चीनी उत्पादन बेहतर होने में संदेह    

नई दिल्ली । हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना का उत्पादन क्षेत्र इस बार तेजी से बढ़कर 59.91 लाख हेक्टेयर के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है जो पिछले साल के बिजाई क्षेत्र 55.65 लाख हेक्टेयर से 4.26 लाख हेक्टेयर ज्यादा है लेकिन मानसूनी वर्षा की भारी कमी के कारण कुछ अग्रणी उत्पादक राज्यों में गन्ना की औसत उत्पादकता एवं चीनी की रिकवरी में कमी आने की आशंका है।

दरअसल इस वर्ष अप्रैल-मई तक चीनी का निर्यात जारी रहने के कारण मिलों को अच्छी आमदनी प्राप्त हुई इसलिए किसानों को गन्ना के मूल्य का भुगतान सही समय पर मिल गया जिससे उन्हें इसका क्षेत्रफल बढ़ाने का प्रोत्साहन मिला।

सरकार ने 2023-24 के मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के लिए गन्ना का 'उचित एवं लाभकारी मूल्य' (एफआरपी) भी बढ़ा दिया है। चीनी का घरेलू बाजार भाव मिलर्स के लिए अब भी आकर्षक बना हुआ है इसलिए आगामी सीजन में वे अधिक से अधिक मात्रा में गन्ना की क्रशिंग का प्रयास कर सकती हैं। 

सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष के दौरान गन्ना का उत्पादन क्षेत्र मुख्यत: उत्तर प्रदेश में 23.60 लाख हेक्टेयर से 3.91 लाख हेक्टेयर उछलकर 27.51 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो इसका सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। इसके अलावा गन्ना का बिजाई क्षेत्र महाराष्ट्र में 13.46 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 14.37 लाख हेक्टेयर तथा कर्नाटक में 5.58 लाख हेक्टेयर से घटकर 6.56 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।

दूसरी ओर गन्ना क्षेत्रफल आंध्र प्रदेश में 47 हजार हेक्टेयर से गिरकर 37 हजार हेक्टेयर, गुजरात में 2.32 लाख हेक्टेयर से घटकर 1.91 लाख हेक्टेयर तथा बिहार में 2.35 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 2.24 लाख हेक्टेयर रह गया। देश के अन्य राज्यों में भी गन्ना का रकबा गत वर्ष के 7.87 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 6.94 लाख हेक्टेयर पर अटक गया जिसमें तेलंगाना, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान एवं उड़ीसा आदि शामिल है। 

असली समस्या मौसम एवं मानसून की है। देश के दूसरे एवं तीसरे सबसे प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्य- महाराष्ट्र तथा कर्नाटक में वर्षा का अभाव होने से फसल सूखने लगी है। गुजरात एवं तमिलनाडु में भी हालत अच्छी नहीं है लेकिन उत्तर प्रदेश में स्थिति कुल मिलाकर सामान्य मानी जा सकती है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित