गुरुग्राम, 3 फरवरी (आईएएनएस)। गुरुग्राम और नूंह जिलों में खनन विभाग जल्द ही अवैध खनन पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग शुरू करेगा। हाल ही में गुरुग्राम और नूंह के जिला प्रशासन को गुरुग्राम व नूंह के रिठोज गांव में अवैध खनन की शिकायतें मिली हैं। जिसके बाद विभाग ने अवैध खनन पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का फैसला किया है।
गुरुग्राम के खनन अधिकारी अनिल अटवाल ने कहा कि विभाग ने दोनों जिलों में अवैध खनन पर नजर रखने के लिए गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) को तीन ड्रोन की सिफारिश भेजी है, जिनमें से एक गुरुग्राम और दो नूंह जिले के लिए हैं।
अनिल अटवाल के पास नूंह जिले का अतिरिक्त प्रभार भी है। उन्होंने कहा, "ड्रोन खरीदे जाने के बाद खनन विभाग को उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसके बाद जहां भी अवैध खनन का संदेह होगा, टीम हर हफ्ते सर्वे करेगी।"
अधिकारी ने आगे कहा कि ड्रोन की मदद से अधिकारियों के लिए अवैध खनन की स्थितियों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके अलावा अवैध खनन में शामिल लोगों और वाहनों पर भी नजर रखी जा सकेगी।
ड्रोन की मदद से, हमारे लिए संदिग्ध खनन स्थानों के बड़े क्षेत्रों पर नजर रखना आसान हो जाएगा। यदि हमें अवैध खनन के बारे में कोई शिकायत मिलती है, तो टीम मौके का दौरा करेगी और मौजूदा स्थिति का पता लगाने के लिए ड्रोन उड़ाएगी।
खनन अधिकारी अनिल अटवाल ने आगे कहा कि अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 तक अवैध खनन में शामिल लगभग 46 वाहनों को गुरुग्राम में जब्त किया गया है। जबकि, नूंह जिले में 147 वाहनों को जब्त किया गया है और उन पर जुर्माना लगाया गया है।
--आईएएनएस
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