कीव (आई-ग्रेन इंडिया)। काला सागर क्षेत्र में अवस्थित रूस के पड़ोसी देश- यूक्रेन से 2022-23 के वर्तमान मार्केटंग सीजन (जुलाई-जून) में 1 जुलाई 2022 से 21 अप्रैल 2023 के दौरान कुल 405.37 लाख टन खाद्यान्न का निर्यात हुआ जो 2021-22 मार्केटिंग सीजन की समान अवधि के शिपमेंट 454.75 लाख टन से करीब 50 लाख टन कम रहा। चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान यूक्रेन से निर्यात हुए खाद्यान्न में 139.04 लाख टन गेहूं, 239.05 लाख टन मक्का, 24.24 लाख टन जौ भी शामिल था। इसके अलावा राई सहित कुल अन्य जिंसों का भी वहां से निर्यात होता है।
चालू माह में 21 अप्रैल तक यूक्रेन से कुल 25.81 लाख टन खाद्यान्न का निर्यात किया गया जिसमें 5.29 लाख टन दलहन, 9.06 लाख टन गेहूं, 1.48 लाख टन जौ, 15.23 लाख टन मक्का तथा 1.25 लाख टन गेहूं स्टार्च (आटा) भी शामिल है। खाद्यान्न के इस कुल निर्यात में दलहनों का शिपमेंट सम्मिलित नहीं है।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन दुनिया में सूरजमुखी सीड एवं तेल का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। इसके अलावा वह मक्का का चौथा प्रमुख निर्यातक है जबकि गेहूं के पांच शीर्ष निर्यातक देशों में शामिल है। दरअसल रूसी हमले के कारण यूक्रेन से कृषि उत्पादों का निर्यात प्रभावित हो रहा है। रूस ने उसे तीन तरफ से घेर रखा है और यूक्रेन को सिर्फ अपने तीन बंदरगाहों से खाद्यान्न के निर्यात शिपमेंट की स्वीकृति दे रखी है। उसे प्रत्येक माह अधिक से अधिक 50 लाख टन खाद्यान्न का निर्यात करने की स्वीकृति मिली है और रूस के अधिकारी प्रत्येक जहाज़ का निरीक्षण करके उसे प्रस्थान करने की अनुमति देते हैं। इससे कई बार शिपमेंट में काफी देर हो जाती है। यूक्रेन में वसंतकलीन फसलों की बिजाई आरंभ हो गई है लेकिन कुछ करणों से इसके क्षेत्रफल में कमी आने की संभावना है।