सरसों के मौजूदा दाम बॉटम के करीब हैं और अब इसके दाम टूटने की संभावना कम है। धीरे धीरे सरसों और सरसों तेल के दामों में सुधार होगा। सरसों के भाव एमएसपी से ऊपर नहीं उठे तो अगले रबी सीजन में इसकी बुवाई पर विपरीत असर पड़ सकता है।
आयातित तेलों की अधिकता ने घरेलू तेलों के प्राइस को दबाया है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेलों के भाव टूटने का असर हमारे बाजार पर भी पड़ा है।
लेकिन अल नीनो का असर होता है तो हालात में बदलाव होते देर नहीं लगेगी। सरसों और सरसों तेल पर बालाजी ट्रेडिंग कंपनी, निवाई के बबलू खंडेलवाल से बातचीत