iGrain India - राजकोट । चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन के दौरान गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 33.45 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान एक अग्रणी उद्योग संस्था- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) ने लगाया है जो पिछले साल के खरीफ उत्पादन 30 लाख टन से 11.50 प्रतिशत या 3.45 लाख टन अधिक है।
गुजरात कृषि विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य में मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 2022-23 सीजन के 17.09 लाख हेक्टेयर से 74 हजार हेक्टेयर था 4.33 प्रतिशत गिरकर 2023-24 के सीजन में 16.35 लाख हेक्टेयर पर अटक गया लेकिन एसोसिएशन का कहना है कि मौसम एवं वर्षा की हालत अपेक्षाकृत बेहतर रहने से वहां मूंगफली की औसत उत्पादकता दर पिछले साल के 1755 किलो प्रति हेक्टेयर से 16.52 प्रतिशत बढ़कर चालू खरीफ सीजन में 2045 किलो प्रति हेक्टेयर पर पहुंचने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर पर मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 45.54 लाख हेक्टेयर से 1.62 लाख हेक्टेयर या 3.58 प्रतिशत गिरकर इस बार 43.91 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया था।
गुजरात देश में मूंगफली का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है। गुजरात के उत्तरी भाग में नई मूंगफली की जोरदार आवक होने लगी है और वहां किसान इसे जल्दी से जल्दी बेचने का प्रयास कर रहे हैं।
केन्द्र सरकार ने 2023-24 सीजन के लिए मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 6379 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया है जबकि गुजरात की मंडियों में अच्छी क्वालिटी (एफएएक्यू) वाली मूंगफली का भाव 6250 से 6500 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा है।
ध्यान देने की बात है कि एसोसिएशन का यह उत्पादन अनुमान 20-22 अक्टूबर 2023 के दौरान गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के कई इलाकों- गोंडल, अमरेली, जूनागढ़, केशोड, मंगरोल, पोरबंदर एवं अडवाना आदि में किए सर्वेक्षण पर आधारित है।
एसोसिएशन के अनुसार गुजरात में जून-जुलाई के दौरान भारी बारिश होने तथा किसान द्वारा जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिए जाने से अगस्त के सूखे का मूंगफली की फसल पर ज्यादा असर नहीं पड़ा।