iGrain India - मुम्बई । महाराष्ट्र में पिछले दिन चीनी का एक्स फैक्टरी भाव स्थिर बना रहा क्योंकि इसकी मांग एवं आपूर्ति के बीच काफी हद तक संतुलन बनी रही। लेकिन उत्तर प्रदेश में त्यौहारी मांग के चलते चीनी के दाम में कुछ सुधार दर्ज किया गया।
वहां अच्छी क्वालिटी की चीनी उपलब्धता कम होने से बाजार कुछ मजबूत बना हुआ है। बम्बई शुगर मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव का कहना है कि महाराष्ट्र में पिछले दो-तीन दिनों से चीनी का दाम स्थिर बना हुआ है। लेकिन दीपावली महापर्व के नजदीक आने से नवम्बर के प्रथम सप्ताह से चीनी की मांग में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है।
त्यौहारी सीजन में आमतौर पर चीनी की मांग एवं खपत में बढ़ोत्तरी हो जाती है। उत्तर प्रदेश के मध्यवर्ती भाग में स्थित इकाइयों ने 26 अक्टूबर को चीनी के दाम में 15-25 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा कर दिया जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स-फैक्टरी मूल्य में 10-15 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हुई।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार चीनी के दाम में बढ़ोत्तरी मुख्यतः अच्छी क्वालिटी के माल में हुई क्योंकि इसकी उपलब्धता सीमित बताई जा रही है। बाजार में उपलब्ध चीनी का अधिकांश स्टॉक पुराना है और इसमें नमी का अंश ज्यादा बताया जाता है।
आमतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुकाबले मध्यवर्ती उत्तर प्रदेश में चीनी का दाम हमेशा कुछ ऊंचा रहता है क्योंकि वह भाग पश्चिम बंगाल एवं बिहार जैसे राज्यों से नजदीक है जहां अक्सर चीनी की भारी मांग बनी रहती है।
उधर केन्द्र सरकार द्वारा नवम्बर माह में बिक्री के लिए 15 लाख टन चीनी का अग्रिम फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी किए जाने के कारण भी मिलों ने चीनी का दाम बढ़ाना शुरू कर दिया। नवम्बर कोटे की चीनी को तत्काल प्रभाव से बेचने की अनुमति दी गई है।
व्यापार विश्लेषकों का मानना है कि अत्यन्त ऊंचे मूल्य पर जब मांग कमजोर पड़ेगी तब मिलों को चीनी का दाम घटाने के लिए विवश होना पड़ सकता है।
26 अक्टूबर को चीनी का भाव मुम्बई में 3910-4005 रुपए प्रति क्विंटल तथा कोल्हापुर में 3740/3800 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा जबकि मुजफ्फर नगर (यूपी) में 10-15 रुपए सुधरकर 3885/4010 रुपए प्रति क्विंटल एवं कानपुर में 15-25 रुपए बढ़कर 3915/4065 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। वैश्विक बाजार भाव 27.39 सेंट प्रति पौंड दर्ज किया गया।