iGrain India - नई दिल्ली । अफ्रीकी देश- मोजाम्बिक से अरहर (तुवर) का निर्बाध निर्यात सुनिश्चित करने हेतु केन्द्र सरकार ने भारत स्थित उसके उच्चायुक्त के साथ व्यापार से सम्बन्धित मुद्दों पर विचार विमर्श किया है।
केन्द्रीय उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने मोजाम्बिक के उच्चायुक्त के साथ एक मीटिंग में इस बात पर जोर दिया कि मोजाम्बिक के बंदरगाहों पर शिपमेंट के लिए प्रतीक्षारत तुवर की निर्यात खेपों को जल्दी-जल्दी क्लीयरेंस प्रदान की जाए ताकि भारत में इसका त्वरित आयात हो सके और घरेलू प्रभाग में तुवर की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने में सहायता मिल सके।
सचिव महोदय ने मोजाम्बिक में जुलाई 2023 से ही तुवर निर्यात में कुछ प्रक्रिया गत अवरोधों के मौजूद रहने पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तुवर निर्यात की खेपों के शिपमेंट में हो रही देरी से भारतीय बाजार में इसकी कमी महसूस होने लगी है।
उन्होंने उच्चायुक्त से इस मामले में हस्तक्षेप करने तथा तुवर निर्यात की निर्बाध प्रक्रिया सुनिश्चित करने का आग्रह किया। सचिव महोदय का कहना था कि जिस तरह भारत सरकार ने तुवर के आयात को आसान एवं बाधा रहित बनाने के लिए आवश्यक नीतिगत उपायों को लागू करने में देरी नहीं की उसी प्रकार मोजाम्बिक सरकार को तुवर के निर्यात शिपमेंट को यथाशीघ्र क्लीयरेंस देने के लिए बाधाओं को दूर करना चाहिए।
मीटिंग में इस बात पर भी जोर दिया गया कि तुवर के बारे में व्यापार के लिए जो द्विपक्षीय समझौता हुआ है उसे बरकरार रखने की आवश्यकता है क्योंकि यह दोनों देशों के उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं के लिए भारत और मोजाम्बिक के संकल्प एवं प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मोजाम्बिक के उच्चायुक्त ने दोनों देशों के बीच सकल कृषि क्षेत्र और खासकर मोजाम्बिक में एग्रीकल्चरल इको सिस्टम के लिए गहरे व्यापारिक सम्बन्ध के महत्व पर जोर देते हुए आश्वस्त किया कि मौजूदा मुद्दों को सलझाने के लिए जल्दी से जल्दी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
तुवर के कारोबार की बाधा दूर करने का प्रयास किया जाएगा और मोजाम्बिक से भारत में इसका निर्बाध निर्यात प्रवाह सुनिश्चित किया जाएगा। मोजाम्बिक से आयात बढ़ने पर घरेलू बाजार में तुवर की आपूर्ति एवं उपलब्धता आगामी महीनों में बढ़ सकती है।