iGrain India - जयपुर । देश के पश्चिमी प्रान्त- राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीफ कालीन दलहन एवं तिलहन फसलों- मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली की खरीद के लिए किसानों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 27 अक्टूबर से आरंभ हो गई।
इसके लिए राज्य में कुल 873 क्रय केन्द्र खोले गए हैं जहां 1 नवम्बर 2023 से मूंग, उड़द तथा सोयाबीन और 18 नवम्बर से मूंगफली की खरीद शुरू हो जाएगी।
केन्द्र सरकार ने इस बार राजस्थान में करीब 2.94 लाख टन मूंग, 1.35 लाख टन उड़द, 4.81 लाख टन मूंगफली तथा 3.02 लाख टन सोयाबीन की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मालूम हो कि 2023-24 के मार्केटिंग सीजन हेतु मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 8558 रुपए प्रति क्विंटल, उड़द का 6950 रुपए प्रति क्विंटल, मूंगफली का 6377 रुपए प्रति क्विंटल तथा सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4600 रुपए प्रति क्विंटल नियत हुआ है।
उल्लेखनीय है कि देश में राजस्थान मूंग के उत्पादन में पहले, मूंगफली के उत्पादन में दूसरे एवं सोयाबीन के उत्पादन में तीसरे नम्बर पर है जबकि वहां उड़द का भी अच्छा उत्पादन होता है।
मूंगफली की फसल कुछ लेट से आती है इसलिए इसकी सरकारी खरीद 18 नवम्बर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। समझा जाता है कि मूंग, सोयाबीन एवं मूंगफली की खरीद में सरकारी एजेंसी- राजफेड को सफलता मिल सकती है क्योंकि इसका भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य के आसपास चल रहा है लेकिन उड़द का खुला बाजार भाव समर्थन मूल्य से ऊंचा है।
किसानों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए सरकारी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है। इसके लिए उसे आधार कार्ड, खसरा गिरदावरी की कॉपी एवं बैंक पास बुक की कॉपी की जरूरत पड़ेगी।
पंजीयन फार्म के साथ इन दस्तावेजों की प्रति भी अपलोड करनी होगी। राजफेड के प्रबंध निदेशक ने कहा है कि केवल भारत सरकार द्वारा निर्धारित गुणवत्ता मामलों के अनुरूप ही किसानों से दलहन-तिलहन की खरीद की जाएगी।