iGrain India - विनीपेग । सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- कनाडा में कैनोला का भाव बढ़ने के आसार हैं। एक व्यापार विश्लेषक ने किसानों को सुझाव दिया है कि जब तक दाम में 1 डॉलर प्रति बुशेल की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी नहीं हो जाती तब तक उन्हें अपने उत्पाद की बिक्री बढ़ाने में जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए।
समीक्षकों का कहना है कि पहले ही कैनोला की भारी बिक्री हो रही है और खरीदार अब उसे ऊंचे दाम पर बेचने का प्रयास कर सकते हैं। इससे बाजार में कुछ तेजी आने की उम्मीद है।
हालांकि कैनोला का वास्तविक उत्पादन सरकारी एजेंसी- स्टैट्स कैन के अनुमान से ज्यादा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है मगर फिर भी 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के अंत में इसका बकाया अधिशेष स्टॉक 14-15 लाख टन से ज्यादा मौजूद रहना मुश्किल लगता है।
लेकिन एक अन्य विश्लेषक का कहना है कि चूंकि सोयाबीन एवं सूरजमुखी के साथ-साथ पाम तेल के बाजार पर दबाव बना हुआ है इसलिए कैनोला या इसके तेल के दाम में निकट भविष्य में ज्यादा तेजी आना कठिन है।
इससे कैनोला की कीमतों में तेजी के लिए उत्पादकों को इंतजार करना पड़ सकता है। स्वदेशी क्रशिंग- प्रोसेसिंग उद्योग एवं विदेशी आयातकों को इस बार कनाडा में कैनोला के बेहतर उत्पादन की जानकारी है इसलिए के ज्यादा ऊंचे दाम पर इसकी खरीद करने से पीछे हट सकते हैं।
विश्लेषक ने 2023-24 सीजन के दौरान कनाडा में 180 लाख टन कैनोला के उत्पादन का अनुमान लगाते हुए इसकी घरेलू मांग 105 लाख टन रहने की संभावना व्यक्त की है।
इसके अलावा उसने 75 लाख टन कैनोला के निर्यात का अनुमान लगाते हुए कहा है कि इसमें से 40 लाख टन का शिपमेंट चीन को हो सकता है। लेकिन फिलहाल बाजार की हालत काफी हद तक अनिश्चित बनी हुई है। चीन के आयातक पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।