iGrain India - कोलंबो । भारत और श्रीलंका के बीच 30 अक्टूबर से 1 नवम्बर 2023 के दौरान आर्थिक एवं तकनीकी सहयोग संधि (ईटीसीए) पर 12 वें दौर की बातचीत हुई।
उल्लेखनीय है कि 2016 से 2018 के दौरान इस संधि के लिए दोनों देशों के बीच 11 दौर की बातचीत हुई थी और उसके बाद यह बंद हो गई। अब फिर से बातचीत की प्रकिया शुरू की गई है और उम्मीद की जा रही है कि इसका सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। भारत की ओर से बातचीत में शामिल प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने किया।
12 वें दौर की बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने 11 वें चक्र तक की वार्ता में हुई प्रगति का जायजा लिया और विभिन्न मुद्दों पर गहराई से विचार-विमर्श किया।
इनमें वस्तुओं में व्यापार, कारोबार में व्यापार, सीमा शुल्क प्रकिया एवं व्यापारिक सुविधा, मूल उद्गम के नियम, व्यापारिक उपचार, आर्थिक तथा प्रौद्योगिकी सहयोग तथा विवाद निस्तारण आदि विषय शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में भारत से चावल एवं चीनी समेत अनेक खाद्य एवं कृषि उत्पादों का बड़े पैमाने पर आयात होता रहा है लेकिन जब उसकी अर्थ व्यवस्था डावांडोल हो गई और जन विद्रोह बढ़ने लगा तब द्विपक्षीय कारोबार की गति धीमी पड़ गई। विचार-विमर्श के दौरान के दौरान दोनों ने क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा करके उन 9 मुद्दों को बातचीत के दायरे से बाहर निकालने का निर्णय लिया जिसका समाधान हो चुका है।
इसमें वस्त्रों एवं कालीमिर्च का कोटा तथा फार्मास्युटिकल्स की खरीद का मामला ऐसा था जिस पर नए सिरे से विचार विमर्श किया गया। दोनों पक्षों ने बातचीत की प्रक्रिया को आगे भी जारी रखने का फैसला किया और मामले के समाचार के लिए नए विकल्पों की तलाश पर जोर दिया।
विगत वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति को सुद्रढ़ बनाने की जरूरत पर सहमति व्यक्त करते हुए दोनों पक्षों ने अपना-अपना रुख भी स्पष्ट किया।
भारत सरकार का कहना है कि द्विपक्षीय वार्ता भविष्य के लिए नए विकल्पों का द्वार खोलेगी और इससे दोनों देश लाभान्वित होंगे। श्रीलंका से भारत में कालीमिर्च का भारी आयात होता है जिसे नियंत्रित करने की मांग भारतीय उत्पादक कर रहे हैं।
बैठक के दौरान इस मुद्दे पर बातचीत तो हुई लेकिन शायद कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। भारत का कहना है कि वियतनाम सहित अन्य देशों से श्रीलंका के जरिए कालीमिर्च की तस्करी हो रही है जिस पर अंकुश लगना चाहिए।