iGrain India - रियो डी जेनेरो । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील के कई राज्यों में मौसम की हालत अनुकूल नहीं होने से सोयाबीन की बिजाई सामान्य औसत से काफी पीछे चल रही है।
एक विश्लेषक के अनुसार यद्यपि पिछले दो सप्ताहों के दौरान मौसम की हालत में कुछ सुधार आया है लेकिन फिर भी दो चरण मौसम की स्थिति के बीच माजरा फंसा हुआ है।
एक तरफ देश के उत्तरी एवं मध्यवर्ती क्षेत्र में वर्षा का अभाव तथा तापमान ऊंचा होने से खेतों की मिटटी सूख गई है तो दूसरी ओर दक्षिणी राज्यों में मूसलाधार बारिश होने से खेतों में पानी भर गया है।
सोयाबीन की बिजाई के लिए यह दोनों ही स्थिति अनुकूल नहीं हैं लेकिन फिर भी किसान जोखिम उठाकर बिजाई कर रहे हैं। पिछले सप्ताह के अंत तक ब्राजील में 38.4 प्रतिशत क्षेत्र में सोयाबीन की बिजाई हुई थी जो पिछले साल की समान अवधि के उत्पादन क्षेत्र 52.3 प्रतिशत और पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल 44.9 प्रतिशत से काफी पीछे है।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील में मध्य सितम्बर से ही सोयाबीन की बिजाई आरंभ हो जाती है और अक्टूबर के अंत तक 50 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में बिजाई की प्रक्रिया पूरी हो जाती है लेकिन इस बार इसकी गति धीमी चल रही है।
विश्लेषक के अनुसार सिर्फ बिजाई ही पीछे नहीं है बल्कि कई लोगों में फसल की हालत भी दयनीय बनी हुई है। जिन किसानों ने धूल उड़ते खेतों में इस उम्मीद से सोयाबीन की बिजाई की थी आगे बारिश होने पर स्थिति सामान्य हो जाएगी उसे अब दोबारा बिजाई करने की जरूरत पड़ रही है क्योंकि वर्षा नहीं या नगण्य होने से सोयाबीन का बीज अंकुरित ही नहीं हुआ या फिर कहीं-कहीं अंकुरित हुआ है। इससे किसानों का लागत खर्च बढ़ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील दुनिया में सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। सरकारी एजेंसी- कोनाब ने 2023-24 सीजन के दौरान वहां सोयाबीन का उत्पादन तेजी से बढ़कर 1620 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जो 2022-23 सीजन के रिकॉर्ड उत्पादन 1546 लाख टन से भी काफी अधिक है।
ब्राजील में सोयाबीन के तीन शीर्ष उत्पादक राज्यों में माटो ग्रोसो (मध्यवर्ती क्षेत्र), पराना तथा रियो ग्रैंड डो सूल (दक्षिण भाग) शामिल हैं। दक्षिणी ब्राजील में अच्छी बारिश हो रही है।