iGrain India - रंगून । हालांकि भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार में साबुत तुवर का निर्यात योग्य स्टॉक काफी कम बचा हुआ है क्योंकि वह इसकी अधिकांश मात्रा का शिपमेंट पहले ही कर चुका है मगर उड़द का निर्यात अब भी बेहतर हो रहा है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2023 की पूरी अवधि (1-31 अक्टूबर) के दौरान म्यांमार से 74,016 टन उड़द एवं 3574 टन साबुत तुवर का निर्यात हुआ जबकि चालू कैलण्डर वर्ष के आरम्भिक दस महीनों में यानी 1 जनवरी से 31 अक्टूबर 2023 के दौरान म्यांमार से कुल 5,93,570 टन उड़द एवं 2,45,202 टन साबुत तुवर का निर्यात शिपमेंट किया गया।
ओवरसीज एग्रो ट्रेड एसोसिएशन (ओएटीए) के अनुसार अब म्यांमार में महज 20-25 हजार टन तुवर का स्टॉक बचा हुआ है जबकि दलहनों की बिजाई जल्दी ही शुरू होने वाली है। उड़द का स्टॉक कुछ बेहतर है।
मालूम हो कि भारत में उड़द का आयात मुख्यत: म्यांमार से होता है जबकि तुवर का आयात म्यांमार के साथ-साथ अफ्रीकी देशों से भी किया जाता है जिसमें मोजाम्बिक, मलावी एवं सूडान जैसे देश भी शामिल हैं।
भारत सरकार ने तुवर, उड़द एवं मसूर के आयात को शुल्क मुक्त एवं नियंत्रण मुक्त रखा है ताकि घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने में सहायता मिल सके। उड़द का घरेलू उत्पादन घटने का अनुमान लगाया गया है।