iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय उपभोक्ता मामले सचिव रोहित कुमार सिंह ने दलहन आयात के लिए भारत और ब्राजील के बीच बेहतर भगीदारी की आवश्यकता पर जोर देते हुए ब्राजील के बिजनेसमैन तथा अधिकारियों से दलहनों और खासकर अरहर (तुवर) तथा उड़द का उत्पादन बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने का आग्रह किया ताकि भारत की 140 करोड़ आबादी की मांग एवं जरूरत को पूरा करने में सहायता मिल सके। भारत में उत्पादन घट रहा है जबकि खपत में बढोत्तरी हो रही है।
"कृषि व्यवसाय क्षेत्र में भारत-ब्राजील संबंधों का भविष्य विषय पर आयोजित एक कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए सचिव महोदय ने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना पड़ता है कि घरेलू प्रभाग में खाद्य उत्पादों की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता बरकरार रहे और इसका दाम भी उचित स्तर पर कायम रहे।
दोनों ही मुद्दे एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। भारत मुख्य रूप से एक शाकाहारी देश है और यहां लोगों की आमदनी बढ़ती जा रही है। दाल-दलहनों के जरिए प्रोटीन की खपत बढ़ रही है।
दाल-दलहनों की बढ़ती मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए इसकी उपलब्धता बढ़ाना जरुरी है। इसके लिए ब्राजील में उत्पादन बढ़ाने का प्रयास किया जा सकता है क्योकि वहां मिटटी एवं जलवायु इसके लिए काफी हद तक अनुकूल है। भारत में दाल-दलहन की खपत नियमित रूप से होती रहेगी।
सचिव महोदय ने कहा कि भारत ने अरहर एवं उड़द के उत्पादन की संभावना तलाशने के लिए मई में ब्राजील के साथ विचार-विमर्श शुरू किया था। विश्व स्तर पर लगभग 50 प्रतिशत दलहनों की खपत अकेले भारत में होती है।
जनवरी-अक्टूबर 2023 के दस महीनों में यहां मसूर, तुवर एवं उड़द का आयात बढ़कर 22.60 लाख टन पर पहुंच गया जो गत वर्ष की इसी अवधि में 14 लाख टन रहा था। इसमें 11 लाख टन मसूर, 6.86 लाख टन तुवर एवं 4.54 लाख टन उड़द का आयात शामिल है।