iGrain India - ब्रिसबेन । ऑस्ट्रेलिया से दुनिया के अनेक देशों को मसूर का शानदार निर्यात जारी है जिसमें भारत, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तथा मिस्र आदि शामिल है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि सितम्बर का महीना ऑस्ट्रेलिया में मसूर की आपूर्ति का लीन या ऑफ समय माना जाता है लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त के मुकाबले सितम्बर के दौरान वहां से मसूर का निर्यात 1,37,205 टन से 38 प्रतिशत उछलकर 1,88,798 टन पर पहुंच गया।
ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार 2022-23 के मार्केटिंग सीजन में सितम्बर 2023 तक ऑस्ट्रेलिया से मसूर का कुल निर्यात उछलकर 16.87 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया जो वर्ष 2021-22 सीजन की समान अवधि के सकल शिपमेंट 8.92 लाख टन से लगभग दोगुना अधिक है।
दरअसल 2022-23 सीजन के दौरान आसट्रेलिया में मसूर का उत्पादन तेजी से बढ़कर सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था उसे इसका निर्यात बढ़ाकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाने में सफलता हासिल हो गई। 2023-24 सीजन का उत्पादन उससे कुछ कम होने की संभावना है।
सितम्बर 2023 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से संयुक्त अरब अमीरात को सर्वाधिक 57 हजार टन मसूर का निर्यात किया गया जबकि भारत को 55,521 टन का शिपमेंट किया गया। इसके बाद मिस्र का नम्बर रहा जिसने ऑस्ट्रेलिया से करीब 27 हजार टन मसूर का आयात किया।
लेकिन मसूर के विपरीत ऑस्ट्रेलिया से चना का निर्यात प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा। ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार सितम्बर में ऑस्ट्रेलिया से करीब 61 हजार टन चना का निर्यात हुआ जो अगस्त के शिपमेंट 76 हजार टन से 20 प्रतिशत कम रहा।
इसे मिलाकर 2022-23 के सीजन में सितम्बर 2023 तक ऑस्ट्रेलिया से कुल मिलाकर लगभग 6.21 लाख टन चना का निर्यात हो गया जो 2021-22 सीजन की इसी अवधि के कुल शिपमेंट 5.46 लाख टन से ज्यादा रहा।
सितम्बर 2023 में पाकिस्तान ऑस्ट्रेलियाई चना का सबसे बड़ा खरीदार रहा जिसने 35,429 टन का आयात किया। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) 8929 टन के आयात के साथ दूसरे नम्बर पर तथा नेपाल 8539 टन के आयात के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
मालूम हो कि ऑस्ट्रेलिया से मुख्यत: देसी चना का निर्यात होता है। पहले भारत इसका सबसे प्रमुख आयातक देश था मगर अब नगण्य आयात करता है।