iGrain India - बिजाई घटने के समाचारों से धनिया मजबूत
नई दिल्ली । चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में सुधार रहा। हालांकि उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर धनिया का स्टॉक पर्याप्त है लेकिन उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई घटने के समाचारों से कीमतों में धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हो गया है। अब बाजार धीरे-धीरे बढ़ते रहने चाहिए। सूत्रों का कहना है कि दीपावली पश्चात भी बाजार मजबूत बने रहेंगे। उल्लेखनीय है कि उत्पादक केन्द्रों पर कमजोर आवक एवं मसाला निर्माताओं की बढ़ती लिवाली से चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में 200/300 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई है। वायदा बाजार भी मजबूत रहा।
बिजाई अनुमान
धनिया का उत्पादन मुख्यत गुजरात, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में होता है। उत्पादक केन्द्रों पर व्यापारियों से हुई वार्तालाप के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में इस वर्ष धनिया की बिजाई 50/60 प्रतिशत होने के अनुमान लगाये जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में बिजाई 60/65 प्रतिशत होने की संभावना है जबकि राजस्थान में बिजाई 70/75 प्रतिशत होने की संभावना है।
बिजाई घटने का कारण
चालू सीजन के दौरान देश में धनिया का रिकॉर्ड उत्पादन होने के बावजूद आयातकों ने रूस से धनिया का आयात किया जिस कारण से पूरे सीजन के दौरान धनिया की कीमतों में तेजी नहीं बन पाई है। जबकि अन्य मसालों जीरा, सौंफ, इसबगोल की कीमतें उत्पादकों को अच्छी मिलने के कारण आगामी सीजन के लिए किसानों ने धनिया की बिजाई घटकर अन्य मसालों की बिजाई को प्राथमिकता दी।
गत वर्ष बिजाई
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष उत्पादक राज्यों में धनिया की बिजाई 4.95 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जबकि वर्ष 2022 में बिजाई 2.26 लाख हेक्टेयर पर हुई थी। बिजाई बढ़ने के कारण चालू सीजन के दौरान देश में धनिया का रिकॉर्ड उत्पादन 1.60/1.70 करोड़ बोरी (प्रत्येक बोरी 40 किलो) का हुआ था। राजस्थान कृषि विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 30 अक्टूबर तक राज्य में धनिया की बिजाई 15 हजार हेक्टेयर पर की गई है जबकि गत वर्ष पूरे सीजन में बिजाई 54/55 हजार हेक्टेयर पर की गई थी।
स्टॉक
जानकार सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों पर धनिया का स्टॉक नई फसल आने तक पर्याप्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में धनिया का स्टॉक 35/40 लाख बोरी, मध्य प्रदेश 18/20 लाख बोरी एवं राजस्थान 15/16 लाख बोरी होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। जोकि बिजाई फसल मार्च माह में आने तक पर्याप्त है। एक अनुमान के अनुसार हमारी प्रति माह खपत लगभग 8 लाख बोरी की रहती है।
वायदा बाजार
चालू सप्ताह के दौरान वायदा बाजार में धनिया की कीमतें तेजी के साथ बंद हुई हैं। उल्लेखनीय है कि नवम्बर माह का धनिया 7202 रुपए पर खुलने के पश्चात अंतिम कार्य दिवस पर 7496 रुपए पर बंद हुआ। जबकि दिसम्बर माह का धनिया 7540 रुपए पर खुला था जोकि सप्ताह अंत में 7748 रुपए पर बंद हुआ है।
धारणा मजबूती की
व्यापारियों का कहना है कि अब धनिया के गिरते भाव रुकने चाहिए और आगामी दिनों में कीमतों में सुधार बनना चाहिए। क्योंकि कमजोर बिजाई के समाचारों से व्यपारिक मनोवृत्ति में बदलाव आया है। अतः स्टाकिस्ट बिकवाली कम मात्रा में करेंगे। इसके अलावा काफी समय से मसाला निर्माताओं की सुस्त पड़ी मांग में भी त्यौहारी सीजन के पश्चात सुधार होगा। हालांकि अधिक तेजी की संभावना हाल-फिलहाल नहीं है। लेकिन दीपावली पश्चात कीमतों में 5/8 रुपए प्रति किलो की तेजी बनने के व्यापारिक अनुमान लगाए जा रहे हैं।
रिकॉर्ड निर्यात
जानकार सूत्रों का कहना है कि अगर धनिया का रिकॉर्ड निर्यात होता है तो स्थिति और भी बदतर होती। चालू सीजन के दौरान कीमतें मंदी होने के कारण धनिया का रिकॉर्ड निर्यात किया गया। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-अगस्त 2023 के दौरान धनिया का 67120 टन का निर्यात किया गया। जबकि अप्रैल-अगस्त 2022 में निर्यात 18557 टन का किया गया था।
दीपावली से दीपावली
गत वर्ष गुजरात की मंडियों पर धनिया का भाव 10100/10300 रुपए प्रति क्विंटल बोला जा रहा था जोकि वर्तमान में 6750/7800 रुपए चल रहा है। गत वर्ष राजस्थान की कोटा मंडी में धनिया ईगल का भाव 9800/10300 रुपए चल रहा था जोकि वर्तमान में 7600/7800 रुपए बोला जा रहा है। मध्य प्रदेश की मंडियों में गत वर्ष दीपावली पर धनिया की कीमतें 10000/10600 रुपए बोली जा रही थी वर्तमान में 6700/7500 रुपए पर बोली जा रही है।