iGrain India - मुम्बई । उत्तर प्रदेश में नए माल की आवक शुरू होने के बाद चीनी की एक्स मिल कीमतों में नरमी का जो दौर शुरू हुआ वह अभी तक जारी है। पिछले दिन इसमें 10-15 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
लेकिन महाराष्ट्र में चीनी का भाव काफी हद तक स्थिर बना हुआ है क्योंकि मांग एवं आपूर्ति के बीच बेहतर संतुलन देखा जा रहा है। महाराष्ट्र के कोल्हापुर संभाग में चीनी मिलों एवं गन्ना उत्पादकों के बीच गतिरोध भी बना हुआ है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार उत्तरी भारत के डीलर्स-स्टॉकिस्ट दीपावली की मांग को पूरा करने के लिए विभिन्न मिलों से पर्याप्त मात्रा में चीनी की खरीद पहले ही कर चुके हैं इसलिए अब उसकी मांग कमजोर पड़ने लगी है। इसे देखते हुए अगले कुछ दिनों तक चीनी के एक्स फैक्टरी मूल्य में जोरदार तेजी आना मुश्किल लगता है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिलर्स ने नए सीजन की चीनी का स्टॉक बेचना शुरू कर दिया है। वहां चीनी का उत्पादन पहले ही आरंभ हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के मध्यवर्ती भाग में स्थित चीनी मिलें अपने पुराने स्टॉक को खाली करने का प्रयास कर रही हैं।
वहां गन्ना की क्रशिंग में देर हो रही है। मध्यवर्ती भाग में गन्ना की खेती आमतौर पर 10-15 दिन लेट से की जाती है इसलिए फसल की आवक देर से होती है।
महाराष्ट्र में मांग एवं आपूर्ति के बीच संतुलन होने से पिछले दिन चीनी का भाव स्थिर रहा। अगले कुछ दिनों तक इसमें ज्यादा तेजी-मंदी आने की संभावना नहीं है। राज्य में अभी चीनी का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है।
बंबई शुगर मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के सचिव का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक चीनी का बाजार स्थिर रह सकता है क्योंकि दीपावली की मांग पहले ही पूरी हो चुकी है और निकट भविष्य में मांग ज्यादा बढ़ने वाली नहीं है।
केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी करके नेपाल और भूटान को 25-25 हजार टन चीनी के निर्यात की अनुमति प्रदान कर दी है जबकि आमतौर पर देश से चीनी का निर्यात अनिश्चित काल के लिए बंद रखने की घोषणा की गई है।
पिछले दिन चीनी का भाव मुम्बई में 3876/3990 रुपए प्रति क्विंटल एवं कोल्हापुर में 3730/3805 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा जबकि मुजफ्फर नगर एवं कानपुर में 10-15 रुपए गिरकर क्रमश: 3800/3950 रुपए प्रति क्विंटल तथा 3850/3975 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।