iGrain India - रियो दी जेनेरो । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील के मध्यवर्ती एवं पूर्वोत्तर भाग में लम्बे समय से अच्छी बारिश नहीं होने के कारण सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है जबकि दक्षिणी राज्यों में भारी वर्षा से खेतों में नमी का अंश बढ़ गया है। इसके फलस्वरूप सोयाबीन वं मक्का सहित अन्य फसलों की बिजाई में बाधा पड़ रही है।
इसके बावजूद किसान जोखिम उठाकर सोयाबीन की बिजाई कर रहे हैं क्योंकि उन्हें आगे मौसम अनुकूल होने का भरोसा है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह के अंत तक ब्राजील में 50.6 प्रतिशत क्षेत्र में सोयाबीन की बिजाई पूरी हुई जो उससे पूर्व के सप्ताह के बिजाई क्षेत्र से 15 प्रतिशत बिंदु ज्यादा मगर गत वर्ष की समान अवधि के उत्पादन क्षेत्र 59.5 प्रतिशत से करीब 9 प्रतिशत पीछे था। बिजाई की प्रगति काफी अनियमित देखी जा रही है और कई इलाकों में किसान अच्छी बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं।
गर्म एवं शुष्क मौसम के कारण कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन के बीज में या तो अंकुरण नहीं हुआ या कहीं-कहीं पौधे बाहर निकले। उन इलाकों में इसकी दोबारा बिजाई करने की जरूरत पड़ेगी। मध्यवर्ती भाग में स्थिति ज्यादा खराब है। वर्षा की भारी कमी से वहां किसानों की बेचैनी बढ़ गई है।
दक्षिणी ब्राजील में सोयाबीन की बिजाई लेट से शुरू होती है जबकि इस बार इसमें और देर हो सकती है। मध्यवर्ती ब्राजील में सोयाबीन के दोबारा बिजाई होने पर आगे सफरीन्हा मक्का की खेती प्रभावित होने की आशंका है।
दक्षिणी राज्यों में होने वाली दोबारा बिजाई का सफरीन्हा मक्का पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि वहां रियो ग्रैंड डो सूल एवं सांता कैटरीना जैसे प्रांतों में इसकी अधिक खेती नहीं होती है।
ब्राजील में मौसम एवं बिजाई की स्थिति को देखते हुए सोयाबीन के उत्पादन अनुमान में कटौती होने लगी है। व्यापार विश्लेषकों के अनुसार यदि शीघ्र ही मौसम में सुधार नहीं आया तो आगे उत्पादन का अनुमान और भी घटाया जा सकता है।
सबसे प्रमुख उत्तपदक राज्य- माटो-ग्रोसो में सोयाबीन का क्षेत्रफल 83.3 प्रतिशत पर पहुंचा है जो गत वर्ष के बिजाई क्षेत्र 93.5 प्रतिशत से कम है। वहां मौसम शुष्क एवं गर्म बना हुआ है।