iGrain India - ओटावा । हालांकि हाल के महीनों में भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में दूरी या खटास बढ़ी है जिसे देखते हुए भारतीय आयातकों ने कनाडा से मसूर के नए अनुबंधों में दिलचस्पी काफी घटा दी है लेकिन सितम्बर तक के आंकड़ों से पता चलता है कि कनाडा मसूर का सर्वाधिक निर्यात भारत को ही किया गया।
सरकारी एजेंसी-स्टैट्स कैन के आंकड़ों से पता चलता है कि सितम्बर 2023 के दौरान कनाडा से कुल 1,99,662 टन मसूर का निर्यात हुआ जो पिछले चार महीनों में सबसे ज्यादा था। निर्यात की मात्रा एवं कीमत की दृष्टि से भारत इसका सबसे बड़ा खरीदार रहा।
मसूर की कुल निर्यात आय का 42 प्रतिशत भाग भारत से प्राप्त हुआ। इसके बाद 15 प्रतिशत के साथ तुर्की दूसरे नम्बर पर रहा। चालू मार्केटिंग सीजन के शुरूआती दो महीनों में कनाडा से 2,44,346 टन मसूर का निर्यात हुआ जो पिछले सीजन की समान अवधि के शिपमेंट से 38.1 प्रतिशत एवं पंचवर्षीय औसत निर्यात से 35.7 प्रतिशत कम है।
कनाडा के कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में 14 लाख टन मसूर के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है जबकि शुरूआती दो माह में इस लक्ष्य का 17.5 प्रतिशत भाग हासिल हो गया। सम्पूर्ण लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिस गति से निर्यात होना चाहिए था उससे रफ्तार कुछ तेज ही है।
दरअसल इस बार कनाडा में शुष्क एवं गर्म मौसम के कारण मसूर का उत्पादन काफी घट गया। वैसे उत्पादन में आने वाली गिरावट की तस्वीर अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई है क्योंकि विभिन्न स्रोतों द्वारा इसके अलग-अलग अनुमान पेश किए जा रहे हैं लेकिन कृषि मंत्रालय ने एहतियात बरतते हुए इसका निर्यात लक्ष्य सीमित कर दिया है।
कनाडा से सितम्बर में करीब 4.40 लाख टन मटर का निर्यात हुआ जो पिछले 12 महीनों के किसी एक माह का उच्चतम स्तर है। उसका 79 प्रतिशत भाग चीन को भेजा गया और इसकी मात्रा 3,66,256 टन रही जो सितम्बर 2021 के बाद वहां किसी एक माह में निर्यात होने वाली सबसे बड़ी मात्रा रही। अगस्त-सितम्बर 2023 के दो माह में कनाडा से 5.39 लाख टन मटर का निर्यात हुआ जो गत वर्ष से 11.4 प्रतिशत कम था।