iGrain India - पेरिस । यूरोपीय संघ की मौसम निरीक्षण एजेंसी ने कहा है कि वैश्विक तापमान के गर्म रहने का सिलसिला अक्टूबर में भी जारी रहा और उस माह में समुद्र की सतह का तापमान भी बढ़कर अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया।
मौसम एजेंसी के अनुसार अक्टूबर 2023 विश्व स्तर पर सबसे गर्म अक्टूबर रहा जिसमें सतह का औसत वायु तापमान डिग्री सेल्सियस 0.85 डिग्री C दर्ज किया गया जो इससे पूर्व 1991-2020 के औसत वायु तापमान (अक्टूबर के लिए ) 0.40 डिग्री C से ऊपर रहा। वर्ष 2019 में अक्टूबर का महीना सबसे गर्म रहा था जबकि अक्टूबर 2023 से भी ज्यादा गर्म रहा।
इधर भारत में अगस्त का महीना सबसे गर्म एवं शुष्क माना गया था जबकि अक्टूबर में भी सतह की हवा व आसुत तापमान काफी ऊंचा रहा और बारिश भी बहुत कम हुई। मौसम एजेंसी के मुताबिक अक्टूबर 2023 का महीना अब तक सभी महीनों में से दूसरा सबसे ज्यादा गर्म रहा।
सितम्बर 2023 को अब तक का सबसे गर्म महीना आंका गया था। वर्ष 1850 से 1900 की अवधि के दौरान अक्टूबर माह का जो औसत तापमान रहा, अक्टूबर 2023 का औसत तापमान उससे भी 1.7 डिग्री सेल्सियस ऊंचा रहा।
इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर के 10 महीनों में वैश्विक मध्यमान तापमान सबसे ऊंचा एवं 1850-1900 के औसत तापमान से 1.43 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। बढ़ता तापमान भारत के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।
इससे खरीफ फसलों के पहले ही काफी नुकसान हो चुका है जबकि आगे रबी फसलें भी इससे प्रभावित हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया के मौसम ब्यूरो ने भी कहा है कि अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान वैश्विक समुद्री सतह का तापमान इस अवधि के लिए सबसे गर्म साबित हुआ और इसलिए अल नीनो मौसम चक्र का गंभीर प्रकोप देखा जा रहा है।
भारत के 712 जिलों में से 67 प्रतिशत में अक्टूबर माह के दौरान वर्षा नहीं, नगण्य या बहुत कम हुई। अमरीका के मौसम पूर्वानुमान केन्द्र ने कहा है कि वर्ष 2023 के अब तक का सबसे गर्म एवं शुष्क साल बनने के 99 प्रतिशत चांस है। अभी भी वर्षा की समाप्ति में करीब 50 दिन वाली है।