iGrain India - मुम्बई । गुजरात में जीरा की बिजाई का सीजन औपचारिक तौर पर आरंभ हो चुका है और राजस्थान में भी शीघ्र ही इसके शुरू होने की संभावना है।
विगत महीनों के ऊंचे बाजार भाव से उत्पादकों को आकर्षक आमदनी प्राप्त हुई जिससे वे काफी उत्साहित है और जीरा के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी का प्रयास कर सकते हैं।
बेहतर बिजाई की संभावना को देखते हुए बड़े-बड़े उत्पादकों एवं स्टॉकिस्टों ने हाजिर मंडियों में अपना माल तेजी से उतारना शुरू कर दिया है। उधर वायदा एक्सचेंज में भी निवेशकों एवं सटोरियों ने अपनी पोजीशनों की बिक्री की गति बढ़ा दी है। दूसरी ओर जीरा की घरेलू एवं निर्यात मांग कमजोर पड़ गई है। इसके फलस्वरूप कीमतों पर भारी दबाव पड़ने लगा है।
उल्लेखनीय है कि नेशनल-कॉमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में सितम्बर के आसपास जीरा का वायदा भाव उछलकर 65,900 रुपए प्रति क्विंटल के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया था जो चालू माह के दौरान एक समय लुढ़ककर 39,630 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया था जो पिछले छह माह का न्यूनतम स्तर था। बाद में वायदा भाव कुछ सुधरकर 45,000 रुपए प्रति क्विंटल के करीब पहुंचा।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि जीरा वायदा में संलग्न सटोरिए अब शांत हो गए है जबकि निवेशक अपने पोजीशनों को लगातार घटाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि 2022-23 के सीजन में जीरा का घरेलू उत्पादन कम हुआ और अब इसका विशाल स्टॉक भी नहीं बचा है लेकिन फिर भी इसकी कीमतों में तेजी का दौर निकट भविष्य में दोबारा शुरू होना मुश्किल लगता है क्योंकि बाजार में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता में बढ़ोत्तरी के संकेत मिल रहे हैं।