💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

दस वर्षों में खाद्य तेलों के आयात खर्च में दोगुने से ज्यादा का इजाफ़ा

प्रकाशित 20/11/2023, 09:55 pm
दस वर्षों में खाद्य तेलों के आयात खर्च में दोगुने से ज्यादा का इजाफ़ा

iGrain India - नई दिल्ली । कम उत्पादन एवं बढ़ते उपयोग के कारण देश में खाद्य तेलों की मांग एवं आपूर्ति के बीच अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है जिसे पाटने के लिए विदेशों से इसका आयात बढ़ाने की आवश्यकता पड़ रही है।

पिछले एक दशक के दौरान जहां खाद्य तेल की आयात मात्रा में करीब 50 लाख टन की वृद्धि हुई वहीं दूसरी ओर इसका आयात खर्च दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गया।

उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2013-14 के मार्केटिंग सीजन के दौरान भारत में 116 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ था जो 2022-23 के सीजन में बढ़कर 165 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया।

पिछले दो तीन वर्षों तक एक निश्चित सीमा में स्थिर रहने के बाद खाद्य तेलों का आयात 2022-23 के सीजन में अचानक तेजी से बढ़ गया। इस तरह इन 10 वर्षों के दौरान खाद्य तेलों के आयात की मात्रा में डेढ़ गुना तथा उस पर खर्च होने वाली राशि में दोगुने से ज्यादा का इजाफा हो गया।

भारत दुनिया में खाद्य तेलों का सबसे बड़ा आयात देश बना हुआ है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा संकलित आंकड़ों से एक दिलचस्प तस्वीर उभर कर सामने आई है।

इसके तहत 2021-22 सीजन के दौरान देश में करीब 140 लाख टन  खाद्य तेल बाहर से मंगाया गया था जिस पर 19.6 अरब डॉलर या 1,56,800 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। इसके मुकाबले 2022-23 के सीजन में खाद्य तेलों के आयात की मात्रा तो करीब 25 लाख टन बढ़कर 165 लाख टन पर पहुंची मगर इस पर खर्च होने वाली राशि घटकर 16.7 अरब डॉलर या 1,38,424 करोड़ रुपए रह गई।

इसका प्रमुख कारण यह है कि 2021-22 सीजन के दौरान खाद्य तेलों का वैश्विक बाजार भाव उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था मगर 2022-23 सीजन के दौरान यह घटकर सामान्य स्तर पर आ गया। 

उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2004-05 से 2013-14 तक वाले दशक के दौरान भी देश में खाद्य तेलों का आयात 50 लाख टन से उछलकर 116 लाख टन पर पहुंचा था।

तेजी से बढ़ते आयात के कारण भारतीय किसानों को तिलहन फसलों का उत्पादन जोरदार ढंग से बढ़ाने का समुचित प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है। 2022-23 सीजन के दौरान भारत में सभी स्वदेशी स्रोतों से करीब 103 लाख टन खाद्य तेल का उत्पादन हुआ। जबकि विदेशों से 165 लाख टन का आयात किया गया।

इस तरह कुल उपलब्धता 268 लाख टन पर पहुंची। इस तरह कुल उपलब्धता में स्वदेशी खाद्य तेल की भागीदारी 38.6 प्रतिशत एवं विदेशी तेल की हिस्सेदारी 61.4 प्रतिशत दर्ज की गई।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित