iGrain India - मनीला । दक्षिणी-पूर्व एशिया में अवस्थित देश- फिलीपिंस में चावल का आयात बढ़ाए जाने की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है क्योंकि वहां घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति की स्थिति जटिल बनी हुई है और कीमतों में तेजी का माहौल देखा जा रहा है।
इसे देखते हुए सरकार ने प्राइवेट व्यापारियों को 10 लाख टन अतिरिक्त चावल का आयात अगले एक महीने में करने की अनुमति देते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो उसका परमिट समाप्त कर दिया जाएगा।
कृषि मंत्री द्वारा इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश की घोषणा की गई है। कृषि मंत्री ने आश्वस्त किया है कि देश में चावल के साथ-साथ चीनी और प्याज सहित अन्य खाद्य वस्तुओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
मालूम हो कि फिलीपींस में चावल का उत्पादन घरेलू मांग एवं खपत से काफी कम होता है और इसलिए उसे वियतनाम तथा थाईलैंड से भारी मात्रा में इसका आयात करना पड़ता है।
कृषि मंत्री ने स्पष्ट कहा है कि आयातकों को परमिट बंधक बनाकर रखने के लिए नहीं बल्कि नियमित रूप से चावल मंगाने के लिए जारी किया गया है। यदि अगले 30 दिन के अंदर परमिट का उपयोग नहीं किया गया तो उसकी वैधता निरस्त कर दी जाएगी।
फिलीपींस में आमतौर पर प्राइवेट व्यापारियों द्वारा चावल का आयात किया जाता है जबकि सरकारी एजेंसी किसी आपात काल में ही राष्ट्रपति की अनुमति से चावल मंगाती है।
भारत सरकार ने फिलीपिंस के लिए करीब 2.50 लाख टन सफेद चावल का निर्यात कोटा आवंटित किया है। मार्च में वहां धान की नई फसल की कटाई-तैयारी शुरू होने पर चावल की आपूर्ति बढ़ेगी। फिलीपींस के 10 शीर्ष चावल उत्पादक प्रांतों से भी चावल की आपूर्ति बढ़ने में सहयोग देने के लिए कहा गया है।