💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

सरकार द्वारा तुवर की भारी खरीद करने की योजना

प्रकाशित 28/11/2023, 10:45 pm
सरकार द्वारा तुवर की भारी खरीद करने की योजना

iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि चालू वर्ष के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर तुवर का बिजाई क्षेत्र घट गया और मौसम की प्रतिकूल स्थिति के कारण फसल को हुए नुकसान को देखते हुए इसके कुल उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है जिससे बाजार भाव काफी ऊंचा एवं तेज रहने के आसार हैं लेकिन फिर भी केन्द्र सरकार इसकी भारी खरीद करने की योजना बना रही है ताकि आवश्यकता के समय घरेलू बाजार में उस स्टॉक को उतारकर कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।

पिछले कुछ वर्षों से सीमित मात्रा में अरहर (तुवर) की सरकारी खरीद होती रही है जबकि 2023-24 के सीजन में खरीद की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर 8-10 लाख टन तक पहुंचाने का प्लान बनाया जा रहा है।

व्यापार विश्लेषकों के अनुसार तुवर का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा चल रहा है और नई फसल का दाम भी इससे ऊंचा ही रहेगा। इसके चलते सरकार को प्रचलित बाजार मूल्य पर तुवर खरीदना पड़ेगा

जिसका इसके भाव पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ेगा। अगर सरकार अपनी योजना के अनुरूप 8-10 लाख टन तुवर खरीदने में सफल हो गई तो हाजिर बाजार में आगामी महीनों के दौरान इसका भारी अभाव उत्पन्न हो सकता है। 

सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि अखिल भारतीय स्तर पर तुवर दाल का औसत खुदरा मूल्य पिछले साल के 112 रुपए प्रति किलो से 40 प्रतिशत उछलकर इस वर्ष 158 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया जबकि कई क्षेत्रों में यह 180-190 रुपए प्रति किलो पर चला रहा है।

अक्टूबर में दाल-दलहनों की खुदरा महंगाई दर बढ़कर 1879 प्रतिशत पर पहुंची जिसमें तुवर, चना, उड़द एवं मसूर का विशेष योगदान रहा। मूंग के दाम में भी अच्छी बढ़ोत्तरी हुई और मटर का भाव ऊंचा रहा।

सरकार ने अफ्रीकी देशों एवं म्यांमार से तुवर के आयात को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक कदम उठाया मगर इसका घरेलू बाजार पर कोई खास असर नहीं पड़ा। सरकार को भरोसा है कि अगले महीने से तुवर की नई घरेलू फसल की आवक शुरू होने पर कीमतों में कुछ नरमी आ सकती है। 

तुवर की खरीद मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) योजना के माध्यम से की जाएगी क्योंकि मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के जरिए यह संभव नहीं हो पाएगी।

दो सरकारी एजेंसियों- नैफेड एवं एनसीसीएफ को इसकी खरीद का दायित्व सौंपा जा सकता है जो सीधे किसानों से इसकी खरीद अभी शुरू कर सकती है जब नई फसल की कटाई-तैयारी आरंभ होगी।

सरकार ने तुवर का घरेलू उत्पादन 2022-23 के 33.10 लाख टन से बढ़कर 2023-24 के सीजन में 34.21 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है लेकिन उद्योग-व्यापार समीक्षकों का मानना है कि अरहर का वास्तविक उत्पादन 30 लाख टन से भी कम हो सकता है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित