💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

सफेद चावल के निर्यात पर लगा प्रतिबंध अगले साल भी बरकरार रहने की संभावना

प्रकाशित 28/11/2023, 10:51 pm
सफेद चावल के निर्यात पर लगा प्रतिबंध अगले साल भी बरकरार रहने की संभावना

iGrain India - नई दिल्ली । 20 जुलाई 2023 से गैर बासमती सफेद (कच्चे) चावल के निर्यात पर लगा प्रतिबंध वर्ष 2024 में भी बरकरार रहने की संभावना है। इसे देखते हुए ऑस्ट्रिया के दो संस्थान द्वारा भारी एक रिपोर्ट में आयातक देशों को सिर्फ एक ही देश पर निर्भर रहने के बजाए अलग-अलग देशों से चावल मंगाने की योजना बनाने का सुझाव दिया गया है।

भारत निस्संदेह दुनिया में चावल का सबसे प्रमुख निर्यातक देश है लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि उसका निर्यात प्रतिबंध समूचे संसार को प्रभावित कर रहा है और जो देश चावल आयात के लिए पूरी तरह भारत पर ही आश्रित थे उसकी कठिनाई काफी बढ़ गई है।

भारतीय प्रतिबंध के कारण अन्य निर्यातक देशों ने कच्चे चावल के दाम में मनमानी बढ़ोत्तरी कर दी है। भारत की वजह से ही पहले चावल के वैश्विक बाजार में संतुलन बना हुआ था और  कीमतों में ज्यादा तेजी-मंदी नहीं आ पाती थी।

यदि आयातक देश विभिन्न आपूर्तिकर्ता देशों से चावल मंगा रहे होते तो उन्हें भारत के निर्यात प्रतिबंध के दुष्प्रभाव का ज्यादा सामना नहीं करना पड़ता।

वैसे थाईलैंड वियतनाम, म्यांमार एवं पाकिस्तान जैसे अन्य प्रमुख निर्यातक देशों में भी चावल का स्टॉक कम है और जब तक नया उत्पादन शानदार नहीं होगा तब तक वैश्विक बाजार के लिए इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता में जटिलता बनी रहेगी।

भारत सरकार के लिए निर्यात प्रतिबंध का निर्णय अचानक ही सामने आ गया जिससे आयातक देशों को संभलने का अवसर नहीं मिल सका और इसलिए उसकी मुश्किल बढ़ गई।

भारत में अल नीनो की वजह से चावल का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है जबकि विशाल मात्रा में इसकी घरेलू खपत होने से निर्यात योग्य स्टॉक नगण्य रहेगा।

इसे देखते हुए सरकार निकट भविष्य में सफेद चावल के व्यापारिक निर्यात को खोलने का जोखिम नहीं उठाना चाहेगी और विदेशी आयातकों को अन्य आपूर्तिकर्ता देशों से मंगाने के लिए विवश पड़ेगा।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित