💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

गेहूं का घरेलू उत्पादन चालू रबी सीजन में भी कमजोर रहने की संभावना

प्रकाशित 28/11/2023, 11:32 pm
गेहूं का घरेलू उत्पादन चालू रबी सीजन में भी कमजोर रहने की संभावना

iGrain India - नई दिल्ली । अब तक जिस तरह के संकेत मिल रहे हैं उससे प्रतीत होता है कि पिछले सीजन की भांति 2023-24 के रबी सीजन में भी गेहूं का घरेलू उत्पादन कम होगा। इसके फलस्वरूप विदेशों से अगले साल इसके आयात की आवश्यकता पड़ सकती है।

खरीफ (मानसून) सीजन के दौरान अपर्याप्त एवं अनियमित वर्षा के कारण फसलों को नुकसान हुआ और वर्तमान रबी सीजन में भी स्थिति बहुत खराब नहीं देखी जा रही है।

हालांकि सरकार गेहूं उत्पादन को सामान्य स्तर पर बरकरार रखने के लिए नए-नए तरीके इस्तेमाल कर रही है लेकिन अनुकूल मौसम का सहारा नहीं मिला तो उत्पादन में गिरावट की आशंका बढ़ सकती है।

व्यापार विश्लेषकों का कहना है कहना है कि सरकार केन्द्रीय पूल से खाद्यान्न और खासकर गेहूं की भारी निकासी कर रही है जिससे इसका स्टॉक घटता जा रहा है।

यदि ऐसी हालत में उत्पादन में ज्यादा गिरावट आई तो घरेलू खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आयात ही एक मात्र विकल्प बचेगा। एक अग्रणी समीक्षक के अनुसार विशाल मात्रा में खपत होने वाले इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न- गेहूं के उत्पादन पर अनिश्चितता के बदल छाए हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा 2022-23 के सीजन हेतु गेहूं का उत्पादन 1105 लाख टन आंका गया जबकि 2023-24 सीजन के लिए 1140 लाख टन के उत्पादन का लक्ष्य नियत किया गया है।

उद्योग-व्यापार क्षेत्र का मानना है कि 2022-23 के सीजन में गेहूं का वास्तविक उत्पादन सरकारी अनुमान से बहुत कम हुआ और 2023-24 सीजन का उत्पादन उससे भी कम हो सकता है।

चालू सीजन में गेहूं का उत्पादन 7-8 प्रतिशत तक होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। गेहूं का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष से पीछे चल रहा है जबकि कुछ राज्यों में बिजाई के लिए स्थिति पूरी तरह अनुकूल नहीं है।

गुजरात में क्षेत्रफल करीब 33 प्रतिशत पीछे चल रहा है जबकि 17 नवम्बर तक राजस्थान में भी गेहूं का रकबा करीब 43 प्रतिशत पीछे था। महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश के कुछ भागों में बिजाई घटने की सूचना मिल रही है। 

पंजाब में 15 नवम्बर तक गेहूं की बिजाई का आदर्श समय रहता है मगर 27 नवम्बर तक वहां इस बार करीब 4 लाख हेक्टेयर में इसकी बिजाई नहीं हो पाई थी।

समीक्षकों के मुताबिक अल नीनो मौसम चक्र का प्रकोप मार्च- अप्रैल तक बरकरार रहने की संभावना है जबकि मौसम विभाग ने भी माना है कि इस बार तापमान सामान्य स्तर से ऊंचा रह सकता है। इससे गेहूं की फसल की प्रगति में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पूरी स्थिति जानने के लिए मार्च तक इंतजार करना बेहतर होगा।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित