iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत चालू वित्त वर्ष में बल्क खरीदारों के लिए अब तक 41 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई। इस नीलामी में 2420 बिडर्स ने भाग लिया जबकि फ्लोर मिलर्स एवं प्रोसेसर्स के लिए कुल 3 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया गया था।
केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय के अनुसार ओएमएसएस के तहत गेहूं की नीलामी के दौरान भारित औसत बिक्री मूल्य 2278.58 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो इसके रिजर्व मूल्य 2127.87 रुपए प्रति क्विंटल से काफी ऊंचा था।
गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24 सीजन के लिए 2275 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है जो 2022-23 के निर्यात मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल से 150 रुपए ज्यादा है। फिलहाल गेहूं की बिजाई जारी है और अगले वर्ष 1 अप्रैल से इसकी सरकारी खरीद का सीजन आरंभ होगा।
सरकार ने ओएमएसएस के तहत 31 मार्च 2024 तक कुल 101.50 लाख टन गेहूं उतारने का फैसला किया है ताकि घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम रह सके।
सरकार का कहना है कि 1 अप्रैल 2024 को केन्द्रीय पूल में 74.60 लाख टन गेहूं का न्यूनतम स्टॉक मौजूद रहना चाहिए। इस स्टॉक को बरकरार रखने के बाद गेहूं का जो अधिशेष भंडार बचेगा उसे घरेलू बाजार में उतार जा सकता है। फिलहाल केन्द्रीय पूल में 197.80 लाख टन गेहूं का भंडार मौजूद है।
इसके अलावा केन्द्रीय भंडार, नैफेड एवं एनसीसीएफ द्वारा भारतीय खाद्य निगम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 44,264 टन गेहूं खरीदा गया। इसकी मिलिंग करके ये एजेंसियां भारत आटा की बिक्री 27.50 रुपए प्रति किलो की दर से कर रही है। इन एजेंसियों के लिए कुल 2.50 लाख टन गेहूं आवंटित किया गया है और इसके तहत इसकी खरीद हो रही है।