iGrain India - लखनऊ । मौसम की हालत अनुकूल होने से उत्तर प्रदेश में गेहूं सहित अन्य रबी फसलों की बिजाई की गति सामान्य बनी हुई है और इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है।
उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने इस बार राज्य में 134 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसमें से 111 लाख हेक्टेयर या 82 प्रतिशत भाग में बिजाई पूरी हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में कुल क्षेत्रफल 103.16 लाख हेक्टेयर तक ही पहुंचा था।
इससे पता चलता है कि बिजाई की स्थिति गत वर्ष से बेहतर है। कृषि निदेशालय के अनुसार गेहूं का उत्पादन क्षेत्र 79.13 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है जो गत वर्ष की इसी अवधि के बिजाई क्षेत्र 75.91 लाख हेक्टेयर से अधिक तथा कुल नियत लक्ष्य 102 लाख हेक्टेयर का 77.58 प्रतिशत है।
दलहन फसलों का रकबा नियत लक्ष्य के काफी करीब पहुंच गया है जिसमें चना, मसूर एवं मटर भी शामिल है। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष चना का बिजाई क्षेत्र 97 प्रतिशत, मटर का 98 प्रतिशत एवं मसूर का 99 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इसी तरह सरसों-तोरिया जैसी तिलहन फसलों की बिजाई की स्थिति भी बेहतर है। इसका क्षेत्रफल 12.89 लाख हेक्टेयर तथा अलसी का 52 हजार हेक्टेयर पर पहुंच चुका है।
मोटे अनाजों में जौ का बिजाई क्षेत्र 1.83 लाख हेक्टेयर तथा मक्का का क्षेत्रफल 6 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा है। दलहनों के संवर्ग में चना का उत्पादन क्षेत्र 6.70 लाख हेक्टेयर, मसूर का 5.55 लाख हेक्टेयर तथा मटर का रकबा 4.61 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
इसी तरह रबी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 7 दिसम्बर 2023 तक 111.42 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो नियत लक्ष्य 134.85 लाख हेक्टेयर का 82.62 प्रतिशत है। अलीगढ़ संभाग में 6.73 लाख हेक्टेयर, आगरा में 7.55 लाख हेक्टेयर, झांसी में 10.29 लाख हेक्टेयर तथा लखनऊ संभाग में 12.80 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बिजाई हो चुकी थी। उत्तर प्रदेश गेहूं एवं मटर का सबसे प्रमुख उत्पादन राज्य है।