iGrain India - हमीरपुर । उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती बुंदेलखंड संभाग में मटर एवं मसूर की अच्छी खेती हुई है और फसल की हालत भी संतोषजनक बताई जा रही है।
मालूम हो कि मसूर और मटर खासतौर पर रबी सीजन की दो मुख्य दलहन फसल है जबकि सबसे प्रमुख दलहन चना है। मटर और मसूर का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष से आगे चल रहा है जबकि कुछ इलाकों में बिजाई की प्रक्रिया अभी जारी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर मटर का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 8.95 लाख हेक्टेयर से 16 हजार हेक्टेयर बढ़कर इस बार 9.11 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान मटर का बिजाई क्षेत्र उत्तर प्रदेश में 4.61 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 4.66 लाख हेक्टेयर तथा मध्य प्रदेश में 2.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.71 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
मालूम हो कि देश में मटर के उत्पादन में उत्तर प्रदेश पहले तथा मध्य प्रदेश दूसरे नम्बर पर है। मटर के अन्य महत्वपूर्ण उत्पादक राज्यों में आसाम, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल एवं झारखंड आदि शामिल है।
मटर की भांति मसूर के बिजाई क्षेत्र में भी कुछ इजाफा हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इसका उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 17.76 लाख हेक्टेयर से 20 हजार हेक्टेयर बढ़कर चालू सीजन में 17.96 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान इसका क्षेत्रफल मध्य प्रदेश में 6.86 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 7.77 लाख हेक्टेयर, उत्तर प्रदेश में 6.20 लाख हेक्टेयर से घटकर 5.78 लाख हेक्टेयर तथा छत्तीसगढ़ में 1.84 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 1.86 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।
देश के अन्य राज्यों में भी इसका रकबा 2.61 लाख हेक्टेयर के बजाए 2.25 लाख हेक्टेयर तक ही पहुंच मगर आसाम में 25 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 30 हजार हेक्टेयर हो गया।
मालूम हो कि मसूर के उत्पादन में मध्य प्रदेश देश का सबसे अग्रणी राज्य है जबकि उत्तर प्रदेश दूसरे- नम्बर पर रहता है। बिहार और पश्चिम बंगाल भी इसके महत्वपूर्ण उत्पादक प्रान्त हैं।