iGrain India - तिरुनेलवेली । देश के सुदूर दक्षिण राज्य- तमिलनाडु में उत्तर-पूर्व मानसून की बढ़ती सक्रियता से अनेक क्षेत्रों में अत्यन्त मूसलाधार बारिश हो रही है और कई भागों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
इसके फलस्वरूप थुथुकुड़ि में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों में रखा कम से कम 4700 टन खाद्यान्न (गेहूं एवं चावल) क्षतिग्रस्त हो गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार थुथुकुड़ि-तिरुनेलवेली नेशनल हाइवे पर स्थित खाद्य निगम के एक गोदाम में जब वर्षा-बाढ़ का पानी घुसा तब वहां 32,000 टन चावल एवं गेहूं की बोरियों का स्टॉक मौजूद था।
गोदाम के परिसर में जलस्तर काफी आठ फीट ऊंचा हो गया। वहां 235 लॉट में खाद्यान्न को नुकसान होने की खबर है जबकि प्रत्येक लॉट में 20 टन से ज्यादा अनाज मौजूद था।
इस तरह कुल मिलाकर लगभग 4700 टन खाद्यान्न बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। उल्लेखनीय है कि खाद्य निगम के परिसर में छह गोदाम हैं जिसकी कुल खाद्यान्न भंडारण क्षमता 41,700 टन की है।
ऊंचाई पर रखे अनाज की बोरियों को अभी ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है लेकिन धीरे-धीरे उसमें भी नमी का अंश बढ़ने की आशंका है। इससे नुकसान का दायरा बढ़ सकता है।
तमिलनाडु के विभिन्न भागों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार वर्षा से निचले इलाकों में पानी भर गया है और खेत जल मग्न हो गए हैं। इससे फसलों को काफी नुकसान होने की खबर मिल रही है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम जोरों से चल रहा है जबकि फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण करने में बाधा पड़ रही है। खाद्य निगम के गोदामों में रखे अनाज के स्टॉक को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
समझा जाता है कि जितना खाद्यान्न बर्बाद हुआ है उससे हजारों आदमियों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती थी लेकिन पानी इतनी तेजी से आया कि उस अनाज को बचाने का अवसर ही नहीं मिल सका।