iGrain India - लखनऊ । लम्बे इंतजार के बाद अंततः उत्तर प्रदेश सरकार ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के लिए गन्ना के राज्य समर्थित मूल्य (सैप) में 20 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी करने की घोषणा की है।
चुनावी वर्ष को देखते हुए इसकी उम्मीद पहले से ही की जा रही थी। केवल इस बात का इंतजार था कि गन्ना के सैप में कब और कितनी बढ़ोत्तरी का निर्णय लिया जाएगा। अब वह इंतजार भी खत्म हो गया है।
उत्तर प्रदेश में दो वर्ष के बाद गन्ना का सैप बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इससे किसानों को अच्छी राहत मिलने की उम्मीद है। नए निर्णय के बाद अब उत्तर प्रदेश में गन्ना की अगैती किस्मों का राज्य परामर्शी मूल्य (सैप) 2022-23 सीजन के 350 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 370 रुपए प्रति क्विंटल तथा सामान्य प्रजातियों के लिए 340 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 360 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है।
उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादकों को इस बार दोहरा फायदा होने वाला है। महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के विपरीत 2023-24 सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में गन्ना एवं चीनी के उत्पादन में भारी इजाफा होने की उम्मीद है।
राज्य में गन्ना का बिजाई क्षेत्र करीब 3-4 लाख हेक्टेयर बढ़कर 27 लाख हेक्टेयर से ऊपर पहुंच गया। हालांकि कुछ समय के लिए मौसम की हालत अच्छी नहीं रही जिससे कहीं-कहीं फसल को नुकसान हुआ लेकिन कुल मिलाकर राज्य में गन्ना की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है और अब इसके सैप में भी 20 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हो गई है। इससे किसानों की आमदनी निश्चित रूप से बढ़ जाएगी।
अगले तीन-चार महीनों के दौरान लोकसभा के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को बहुत बड़ा वोट बैंक माना जाता है। राज्य में गन्ना क्रशिंग का सीजन तो अक्टूबर 2023 में ही आरंभ हो गया था लेकिन राज्य सरकार ने इसका सैप बढ़ाने के निर्णय अब लिया है। कुछ भी हो, इतना अवश्य है कि राज्य सरकार के इस फैसले से गन्ना किसानों को भारी फायदा होगा।