iGrain India - बैंकॉक । एक अग्रणी प्रतिष्ठान के सीईओ ने कहा है कि स्टॉक की जटिलता के कारण मलेशिया में मध्य मार्च तक क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का बेंचमार्क वायदा मूल्य बढ़कर 4,000 रिंगिट प्रति टन तक पहुंच सकता है। आने वाले समय में पाम तेल का दाम 25 डॉलर प्रति टन तक ऊंचा होने की संभावना है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित साउथ एशिया एग्री सम्मिट में इवपा के अध्यक्ष ने कहा कि भारत में खाद्य तेलों का भाव कुछ महीनों तक वर्तमान स्तर पर मौजूद रह सकता है। पिछले दो तीन वर्षों में खाद्य तेलों के आयात में आ रही कठिनाई 2022-23 के सीजन में दूर हो गई। इसी तरह ग्लोब ऑयल आयोजित समिति के चेयरमैन संदीप बाजोरिया ने कहा कि भारत सरकार को एनसीडीईएक्स में तिलहन-तेल में वायदा कारोबार पर लगे प्रतिबंध को हटा लेना चाहिए।
सम्मिट को सम्बोधित करते हुए पाकिस्तान के एक उद्यमी ने कहा कि पाम तेल का भाव सोयातेल से ऊंचा हो सकता है। क्रूड पाम तेल की कीमतों में अगले छह महीनों के दौरान तेजी आ सकती है। पाकिस्तान के बंदरगाहों पर करीब 5 लाख टन का भारी स्टॉक मौजूद होने से घरेलू बाजार भाव पर दबाव बना हुआ है। पाकिस्तान में सीपीओ का आयात कम होने से रिफाइनिंग उद्योग पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। उद्यमी का कहना था कि खराब मौसम के बावजूद ब्राजील में सोयाबीन का संतोषजनक उत्पादन हो सकता है। पाकिस्तान में जीएम सोयाबीन के आयात पर 'प्रतिबंध लागू होने तथा गैर जीएम फसलों की आपूर्ति में कठिनाई होने से कई समस्या उत्पन्न हो रही है। एक अन्य विश्लेषक अमित खंडेलवाल ने कहा कि इंडोनेशिया- मलेशिया से भारत में जब पाम तेल का आयात बाधित होता है तब थाईलैंड से सहायता मिल जाती है।