iGrain India - शंघाई । हालांकि अमरीका के बाद चीन दुनिया में मक्का का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक देश है लेकिन फिर भी वहां इसका उत्पादन घरेलू मांग एवं खपत से काफी कम होता है इसलिए इसे विदेशों से विशाल मात्रा में मक्का का आयात करना पड़ता है।
जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स के आंकड़ों से पता चलता है कि चीन में वर्ष 2022 के मुकाबले 2023 में मक्का का आयात 31.6 प्रतिशत उछलकर 271.30 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया।
इसके तहत खासकर दिसम्बर 2023 में वहां मक्का का आयात बढ़कर 49.50 लाख टन पर पहुंचा जो किसी एक माह का सबसे ऊंचा स्तर है।
इससे पूर्व नवम्बर में वहां 35.90 लाख टन मक्का मंगवाया गया था। दिसम्बर 2023 का आयात दिसम्बर 2022 की तुलना में 400 प्रतिशत अधिक रहा।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार प्रमुख निर्यातक देशों में मक्का का भाव घटकर नीचे आने के कारण चीन के आयातकों ने उसकी खरीद में भारी दिलचस्पी दिखाई।
ब्राजील में शानदार उत्पादन होने से आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ने की वजह से मक्का की कीमतों पर दबाव पड़ने लगा और इससे चीन के आयातक वहां सक्रिय हो गए।
ध्यान देने की बात है कि स्वयं चीन में मक्का का घरेलू उत्पादन 2022 की तुलना में 2023 में 4.2 प्रतिशत बढ़कर 28.88 करोड़ टन पर पहुंच गया।
चीन में वर्ष 2021 के दौरान मक्का का आयात उछलकर 284 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा था जबकि 2023 का आयात उससे महज 13 लाख टन कम रहा।
शानदार घरेलू उत्पादन के बावजूद चीन में मक्का का विशाल आयात होना इस तथ्य का संकेत है कि वहां पशु आहार निर्माण उद्योग में इसकी मांग एवं खपत तेजी से बढ़ रही है।
हालांकि चीन में गेहूं का आयात नवम्बर के मुकाबले दिसम्बर 2023 में 7.6 प्रतिशत घटकर 6.10 लाख टन पर सिमट गया लेकिन वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 के दौरान इसका कुल आयात 21.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 121 लाख टन के उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह वहां जौ का आयात भी करीब 97 प्रतिशत बढ़कर 113 लाख टन पर पहुंचा।