iGrain India - न्यूयार्क । चालू वर्ष के दौरान चीनी का वैश्विक बाजार भाव पिछले साल से कुछ नीचे रहने की संभावना है लेकिन सामान्य स्तर से ऊंचा रह सकता है। पिछले दिन इसका वायदा मूल्य गिरकर गत तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया लेकिन फिर भी मासिक आधार पर 2 प्रतिशत ऊंचा रहा।
सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में 2023-24 सीजन के दौरान चीनी का उत्पादन बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है। इससे भारत तथा थाईलैंड के उत्पादन में आने वाली कमी की भरपाई हो जाएगी। भारत में चीनी का उत्पादन पूर्व अनुमान से बेहतर होने के आसार हैं क्योंकि एथनॉल निर्माण में इसका कम उपयोग होगा।
न्यूयार्क स्थित इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) में पिछले दिन मार्च अनुबंध के लिए कच्ची चीनी (रॉ शुगर) का वायदा भाव 22.86 सेंट प्रति पौंड 47,42,173 रुपए प्रति टन दर्ज किया गया।
उधर लंदन एक्सचेंज में मार्च डिलीवरी के लिए सफेद चीनी (व्हाइट शुगर) का वायदा मूल्य 652.50 डॉलर या 54,175 रुपए प्रति टन रहा। ब्राजील की सरकारी एजेंसी- कोनाब ने गन्ना का घरेलू उत्पादन 11 प्रतिशत बढ़कर 67.80 करोड़ टन पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है।
इस बार वहां चीनी के उत्पादन में गन्ना का उपयोग बढ़ाया गया जबकि पहले एथनॉल निर्माण में इसका भारी इस्तेमाल होता था। वस्तुत: चीनी का वैश्विक बाजार भाव काफी ऊंचा एवं आकर्षक रहने से ब्राजील के मिलर्स को इसका उत्पादन बढ़ाने का अच्छा प्रोत्साहन मिल गया।
एक अग्रणी विशेलषक फर्म के अनुसार न्यूयार्क एक्सचेंज में वर्ष 2023 के दौरान कच्ची चीनी (रॉ शुगर) का औसत वायदा भाव 24.1 सेंट प्रति पौंड दर्ज किया गया जो वर्ष 2024 में घटकर 23.5 सेंट प्रति पौंड रह जाने की संभावना है।
ब्राजील के प्रमुख गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में वर्षा की कमी से चिंता बढ़ गई है। जनवरी में वहां सामान्य से 45 प्रतिशत कम बारिश हुई जबकि दिसम्बर में 48 प्रतिशत एवं नवम्बर में 23 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी। इसके फलस्वरूप 2024-25 सीजन के दौरान वहां चीनी का उत्पादन आंशिक रूप से प्रभावित हो सकता है।