iGrain India - नई दिल्ली। विदेशों से भारी मात्रा में सोया तेल का आयात जारी रहने से सोयाबीन के घरेलू बाजार मूल्य में हाल के दिनों में काफी गिरावट आ गई थी। अधिकांश प्रमुख मंडियों में अच्छी आवक तथा कमजोर मांग के कारण सोयाबीन का दाम घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे आ गया था। इसका प्लांट डिलीवरी मूल्य भी काफी घट गया। लेकिन 16-22 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान प्लांटों की थोड़ी बहुत लिवाली होने से तीनों प्रमुख उत्पादक राज्य- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान में सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी मूल्य में सुधार दर्ज किया गया। राजस्थान में यह 50 रुपए तेज हुआ जबकि मध्य प्रदेश में 40-50 रुपए प्रति क्विंटल तथा महाराष्ट्र में 25-50 रुपए प्रति क्विंटल ऊंचा उठा। कुछ इकाइयों में 100-130 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी देखी गई। सोयाबीन की कीमतों में तेजी आने से सोया रिफाइंड तेल का दाम भी कुछ सुधर गया। मंदसौर की एक इकाई में भाव 15 रुपए बढ़कर 905 रुपए प्रति 10 किलो पर पहुंचा। पीथमपुर के एक प्लांट में इसका दाम 10 रुपए बढ़ा। महाराष्ट्र में 10-20 रुपए की तेजी रही। नागपुर एवं नांदेड़ में भाव 20 रुपए बढ़ गया जबकि कोटा, मुम्बई एवं कांडला में भाव स्थिर एवं हल्दिया में 7 रुपए नरम रहा।
आवक
प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सोयाबीन की दैनिक आवक 16 फरवरी को 2.70 लाख बोरी, 20 फरवरी को 2.80 लाख बोरी तथा 22 फरवरी को भी 2.80 लाख बोरी दर्ज की गई जबकि सोयाबीन की प्रत्येक बोरी 100 किलो या एक क्विंटल की होती है।
डीओसी
सोया डीओसी के दाम में मिश्रित रुख देखा गया। कुछ इकाइयों में यह 100-200 रुपए नरम रहा जबकि कुछ अन्य प्लांटों में 500-600 रुपए तक बढ़ गया। सोयामील का निर्यात प्रदर्शन बेहतर चल रहा है जबकि इसकी घरेलू मांग भी मजबूत बनी हुई है। मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में सोयाबीन का भाव समर्थन मूल्य से नीचे रहने से उत्पादको की चिंता बढ़ गई है।