iGrain India - जकार्ता । दक्षिण - पूर्व एशिया में अवस्थित देश -इंडोनेशिया की सरकर चालू वर्ष के लिए 20 लाख टन चावल के व्यापार कोटा ने पहले ही मंजूरी दे चुकी है जबकि उसने अब 16 लाख टन अतिरिक्त चावल का आयात कोटा आवंटित किया है।
इससे साफ संकेत मिलता है की अल नीनो मौसम चक्र के कारण वहा धान-चावल के उत्पादन में भारी गिरावट आई है। जनवरी - मार्च की तिमाही के दौरान चावल के उत्पादन में कमी आने के संकेत मिल रहे है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इंडोनेशिया का व्यापार मंत्रालय चावल के इस अतिरिक्त आवंटन के लिए आयात परमिट जारी करने पर काम कर रहा है। उल्लेखनीय है की इंडोनेशिया में वर्ष 2023 के दौरान चावल का आयात बढ़कर 30.60 लाख टन के स्तर पर पहुंच गया था !
हालांकि सरकार ने चावल का घरेलू उत्पादन वर्ष 2023 के 309 लाख टन से बढ़कर 2024 में 320 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है लेकिन पिछले साल के सूखे के प्रभाव से चालू वर्ष के शुरुआती महीनो में उत्पादन बाधित होने की संभावना है। पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष की पहली तिमाही के दौरान वहा चावल की घरेलू उत्पादन में 28.20 लाख टन की कमी आने की संभावना है।
आपूर्ति एवं उपलब्धता में गिरावट आने की आशंका से इंडोनेशिया के चावल का घरलू बाजार भाव तेज हो गया है और सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य स्तर से ऊपर पहुंच गया है इससे सरकर की चिंता बढ़ने लगी है।
इंडोनेशिया मुख्यत: थाईलैंड, वियतनाम, म्यांमार एवं कम्बोडिया जैसे देशों से चावल का आयात करता रहा है मगर अब ये भारत में भी आयात बढ़ाने पर जोर दे रहा है क्योंकि यह अपेक्षाकृत दाम पर उपलब्ध है।
इंडोनेशिया में पाकिस्तान से भी चावल मंगवाया जाता है। पिछले साल भारत और इंडोनेशिया के बीच 10 लाख टन चावल के कारोबार पर चर्चा हुई थी। अब सरकार ने इंडोनेशिया के लिए भी सफेद गैर बासमती चावल का निर्यात कोटा जारी किया है।