iGrain India - ब्यूनस आयर्स। लैटिन अमरीकी देश-अर्जेंटीना में कई भागों में तेज हवा के प्रवाह के साथ मूसलाधार वर्षा होने से न केवल खेतों-खलिहानों में पानी भर गया है बल्कि रिहायशी इलाकों में भी पानी घुस गया है। इससे जहाँ सोयाबीन की पकी हुई फसल की कटाई-तैयारी में देर हो जाएगी वहीँ फसल को नुकसान होने का ख़तरा भी बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि दुनिया में सोयाबीन के तीसरे सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश अर्जेंटीना में इस बार इस महत्वपूर्ण तिलहन फसल का बिजाई क्षेत्र बढ़कर 172 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया और मौसम की हातल अभी तक अनुकूल रहने से इसका उत्पादन बढ़कर 500-525 लाख टन के बीच पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है लेकिन इस बेमौसमी वर्षा से उत्पादन पर कुछ असर पड़ने की आशंका है।
पिछले साल अर्जेंटीना में भयंकर सूखा पड़ने से सोयाबीन का उताप्दन घटकर 250 लाख टन से नीचे आ गया था। उस्डा पोस्ट के अनुसार 2022-23 सीजन के दौरान अर्जेंटीना में महज 285 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ जो 2023-24 के वर्तमान सीजन में उछलकर 495 लाख टन पहुंचने का अनुमान है। अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने अर्जेंटीना में सोयाबीन का उत्पादन इसी अवधि में 250 लाख टन से दोगुना बढ़कर 500 लाख टन पर पहुंचने की सम्भावना व्यक्त की है।
अर्जेंटीना दुनिया में सोयाबीन तेल एवं सोयामील का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। वहां भारी वर्षा की वजह से सोयाबीन के दाने की क्वालिटी भी प्रभावित होने की सम्भावना है। यदि खेतों में लम्बे समय तक पानी का जमाव रहा तो फसल को ज्यादा नुकसान हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार यह बारिश सोयाबीन की अगैती बिजाई वाली फसल के लिए हानिकारक साबित हो सकता है मगर पिछैती बिजाई वाली फसल के लिए लाभदायक है। इस बार वहां मौसम लगभग सामान्य रहा है। हालाँकि बीच-बीच में बारिश की कमी रही और तापमान भी ऊंचा देखा गया लेकिन इससे फसल को विशेष क्षति नहीं हुई। अब बेमौसमी वर्षा से कुछ नुकसान हो सकता है।